परेशानी: डिस्टिलरी पर बने डायवर्सन से लोग हुए बेहाल, कोकर से लालपुर तक जाम

रांची : मंगलवार को दिन के 12 बजे लालपुर-कोकर जानेवाला मार्ग डिस्टिलरी तालाब के पास आवागमन पूरी तरह ठप हो गया. करीब 20 से 25 स्कूली बसें व सैंकड़ों गाड़ियां जाम में घंटों फंसी रही. बसों में बंद स्कूली बच्चे भूख व प्यास के कारण रोने लगे. वहीं गरमी के कारण पसीने से तरबतर हो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 27, 2016 12:58 AM
रांची : मंगलवार को दिन के 12 बजे लालपुर-कोकर जानेवाला मार्ग डिस्टिलरी तालाब के पास आवागमन पूरी तरह ठप हो गया. करीब 20 से 25 स्कूली बसें व सैंकड़ों गाड़ियां जाम में घंटों फंसी रही. बसों में बंद स्कूली बच्चे भूख व प्यास के कारण रोने लगे. वहीं गरमी के कारण पसीने से तरबतर हो गये. चार पहिया वाहन ही नहीं, दोपहिया वाहन भी सरकते रहे.

जाम के कारण स्थिति इतनी खराब हो गयी कि कई अॉटो चालकों ने परिचालन बंद कर गाड़ियां खड़ीं कर दी. नतीजन लोग प्रचंड धूप में पैदल आना-जाना करते रहे. यह स्थिति कोकर डिस्टलरी तालाब पर बने डायवर्सन की वजह से पैदा हुई. इंजीनियरों ने न तो इस मार्ग के ट्रैफिक का आकलन किया और न ही लोगों की सुरक्षा देखी. अचानक मुख्यमार्ग का रास्ता बंद कर दिया और डायवर्सन के भरोसे पूरा ट्रैफिक छोड़ दिया. जाम से निबटने के लिए ट्रैफिक पुलिस तक को नहीं लगाया गया.
हो सकती है बड़ी दुर्घटना
डायवर्सन पर बड़ी दुर्घटना हो सकती है. लालपुर की अोर से आनेवाले वाहनों को डायवर्सन में प्रवेश करने के लिए तीखा मोड़ से होकर आना पड़ रहा है. ऐसे में सामने से आ रही गाड़ियां नहीं दिखती है. इतना ही नहीं. डायवर्सन का ऊपरी सतह मिट्टी की है. इस पर अलकतरा नहीं चढ़े होने की वजह से पूरा धूल उड़ रहा है. प्रदूषण के कारण सांस लेना मुश्किल हो रहा है. बारिश होने पर इसमें फिसलन भी होगी, जिससे बड़ी दुर्घटना हो सकती है. लोगों ने कहा कि भारी वाहनों के प्रवेश करने पर डायवर्सन क्षतिग्रस्त भी हो सकता है.
एक घंटे देर से पहुंची स्कूल बसें
करीब सभी स्कूल बसें जाम की वजह से अपने स्टॉपेज पर एक घंटे देर से पहुंची. कई बस चालक लालपुर चौक से कोकर मार्ग में घुस नहीं सके. ऐसे में उन्हें कांटाटोली से होते हुए कोकर चौक पहुंचना पड़ा. अभिभावक स्टॉपेज पर बच्चों का इंतजार करते रहे. साथ ही सिस्टम को कोसते रहे. अभिभावकों ने कहा कि ऐसी स्थित में तो बच्चों को स्कूल भेजना मुश्किल होगा. अब तो रोज की यही स्थिति रहेगी. एक तरफ प्रशासन ने गरमी से बच्चों को राहत दिलाने के लिए स्कूल का समय कम कर दिया है, जबकि दूसरी अोर डायवर्सन पर फंस जाने की वजह से बच्चे गरमी से परेशान हो रहे हैं. ऐसे में प्रशासनिक आदेश का भी लाभ बच्चों व अभिभावकों को नहीं मिल रहा है.
यह दादागीरी है
जाम में फंसे कार सवार संतोष कुमार ने कहा कि यह तो दादागीरी है. ऐसा कहीं नहीं होता है. अगर पुल बनाना है, तो पहले लोगों के आने-जाने का मुक्कमल रास्ता दीजिए.

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