खिजूरिया व सरहुल नगर के लोगों से सीखें जल संरक्षण

पहल.घर के बेकार पानी को सोख्ता बना कर डालते हैं लोग एक ओर जहां पूरे राज्य के लोग जल संकट से जूझ रहे हैं. वहीं राजधानी रांची में कुछ मोहल्ले ऐसा भी हैं, जहां के लोग जल संरक्षण की दिशा में काम कर जल स्तर को बरकरार रखे हुए हैं. इन मोहल्ले के लोगों ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 8, 2016 6:14 AM
पहल.घर के बेकार पानी को सोख्ता बना कर डालते हैं लोग
एक ओर जहां पूरे राज्य के लोग जल संकट से जूझ रहे हैं. वहीं राजधानी रांची में कुछ मोहल्ले ऐसा भी हैं, जहां के लोग जल संरक्षण की दिशा में काम कर जल स्तर को बरकरार रखे हुए हैं. इन मोहल्ले के लोगों ने अन्य लोगों के लिए मिसाल पेश की है.
उत्तम महतो
रांची : हम बात कर रहे हैंकि बरियातू स्थित खिजूरिया टोली व सरहुल नगर मोहल्ले की. लगभग 600 की आबादी वाले इन मोहल्ले में करीब 80 घर है. इनमें से 60 घर ऐसे हैं, जहां के लोग घरों से निकलनेवाले गंदे पानी व बारिश के पानी को बरबाद न कर इसका संरक्षण कर रहे हैं. इन घरों में छोटा-छोटा गड्ढा करके सोख्ता (शॉकपिट) बनाया गया है़ इसी में घर का गंदा पानी व वर्षा का पानी एकत्र होता है. आज इसी का परिणाम है कि इस मोहल्ले का जल स्तर बना हुआ है.
बरिश के पानी का इस्तेमाल सिंचाई में भी : घर के गंदे पानी व बारिश के पानी सोख्ता तक ले जाने के लिए घर के चारों ओर नाली का निर्माण किया गया है. इस नाली को सोख्ता से जोड़ दिया गया है. इस नाली के माध्यम से कुआं, बाथरूम व किचेन का पानी सीधे सोख्ते में चला जाता है़ घर के गंदे पनी व बारिश के पानी से लोग सब्जियों व फूल-पौधों की सिंचाई भी करते हैं.
मोहल्ले के कुएं में हमेशा रहता है पानी
मोहल्ले के अधिकतर घराें में कुआं है. कुएं की गहराई 25-30 फीट तक है. लोगों की इस पहल से कुएं में हमेशा पानी रहता है. कुआं कभी नहीं सूखता है़ हालांकि इस वर्ष कुछ कुएं का जल स्तर नीचे चला गया है. इस बारे में मोहल्ले के लोगों का कहना है कि बगल में चार बड़े अपार्टमेंट का निर्माण हो रहा है. इन अपार्टमेंटों में डीप बोरिंग करायी गयी है. इससे भूगर्भ जल का दोहन हो रहा है. इस कारण कुछ कुएं का जल स्तर नीचे गया है.

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