जांच में हुआ खुलासा, एसटी नहीं है सालहन की मुखिया

रांची: अनगड़ा प्रखंड के सालहन पंचायत की मुखिया अनुसूचित जनजाति (एसटी) समुदाय की नहीं है. यह पद एसटी महिला के लिए आरक्षित है. प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीअो) नामकुम की रिपोर्ट में मुखिया क्लारेट एक्का, पति शिबू महतो पर गलत सूचना व कागजात के आधार पर अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र निर्गत करा लेने की बात […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 14, 2016 12:54 AM
रांची: अनगड़ा प्रखंड के सालहन पंचायत की मुखिया अनुसूचित जनजाति (एसटी) समुदाय की नहीं है. यह पद एसटी महिला के लिए आरक्षित है. प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीअो) नामकुम की रिपोर्ट में मुखिया क्लारेट एक्का, पति शिबू महतो पर गलत सूचना व कागजात के आधार पर अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र निर्गत करा लेने की बात लिखी गयी है.

सालहन पंचायत के मुखिया पद की एक हारी हुई प्रत्याशी अनीता देवी ने कलारेट की जाति संबंधी शिकायत एसडीअो से की थी. इसमें उसके एसटी होने की बजाय पिछड़ी जाति (महतो) होने की बात लिखी गयी थी. एसडीअो ने मूल रूप से आरा निवासी क्लारेट एक्का, पिता दोमनिक विजय एक्का की जाति संबंधी जांच के लिए बीडीअो नामकुम को कहा था.

इसके बाद बीडीअो ने अभी सात मई को उक्त रिपोर्ट एसडीअो को सौंपी है. अारा के पूर्व मुखिया जावा विहां, वर्तमान मुखिया विजय टोप्पो, साखेटोली की वार्ड सदस्या किरण टोप्पो तथा क्लारेट की नजदीकी रिश्तेदार लूसी एक्का व ग्रामीणों से पूछताछ के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला गया है कि क्लारेट के पिता दोमनिक विजय एक्का का वास्तविक नाम सोहरनाथ महतो है.

मूल रूप से अनगड़ा के बोंगईबेड़ा निवासी सोहरनाथ ने विक्टोरिया एक्का से शादी के बाद धर्म परिवर्तन कर अपना नाम दोमनिक विजय एक्का रख लिया है. वह वर्तमान में टाटीसिलवे थाना अंतर्गत अारा में रहते हैं. रिपोर्ट में बीडीअो ने एसडीअो से क्लारेट एक्का का जाति प्रमाण पत्र (सं-आरएनसी/नामकुम/अारा/सीएसटी/314874/2015) रद्द करने की अनुशंसा की है. एेसा हुआ, तो क्लारेट एक्का को मुखिया का पद छोड़ना पड़ सकता है.
आयोग करेगा कार्रवाई
यदि कोई प्रत्याशी गलत सूचना व कागजात के आधार पर बने जाति प्रमाण पत्र के जरिये चुनाव लड़ कर निर्वाचित होता है, तो इसकी रिपोर्ट उपायुक्त के माध्यम से राज्य निर्वाचन अायोग को मिलने पर आयोग इस पर कार्रवाई करेगा. इससे पहले संबंधित व्यक्ति को सुनवाई का मौका दिया जायेगा.
शिव बसंत, राज्य निवार्चन आयुक्त

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