राज्य के स्कूलों में तय मापदंड से कम हैं शिक्षक, 24 हजार स्कूलों में और चाहिए 56 हजार शिक्षक

रांची: राज्य के प्राथमिक व मध्य विद्यालय में शिक्षकों की कमी है़ शिक्षा के अधिकार अधिनियम (आरटीइ) के अनुरूप कक्षा एक से आठ तक के बच्चों के पठन-पाठन के लिए राज्य में 56,502 शिक्षकों की आवश्यकता है़ राज्य में लगभग 41 हजार प्राथमिक व मध्य विद्यालय हैं, जिसमें से 24,817 स्कूलों में शिक्षकों की कमी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 16, 2016 1:49 AM
रांची: राज्य के प्राथमिक व मध्य विद्यालय में शिक्षकों की कमी है़ शिक्षा के अधिकार अधिनियम (आरटीइ) के अनुरूप कक्षा एक से आठ तक के बच्चों के पठन-पाठन के लिए राज्य में 56,502 शिक्षकों की आवश्यकता है़ राज्य में लगभग 41 हजार प्राथमिक व मध्य विद्यालय हैं, जिसमें से 24,817 स्कूलों में शिक्षकों की कमी है़.

स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग द्वारा विद्यालय में शिक्षा के अधिकार अधिनियम के अनुरूप शिक्षकों की आवश्यकता काे लेकर सर्वे कराया गया था़ आरटीइ के अनुरूप स्कूलों 56,502 शिक्षक की आवश्यकता है़ राज्य में शिक्षा का अधिकार अधिनियम वर्ष 2011 से प्रभावी है़ शिक्षा के अधिकार अधिनियम के अनुरूप 35 विद्यार्थी पर एक, 70 विद्यार्थयों पर दो तथा 90 विद्यार्थियों पर कम-से-कम तीन शिक्षक का होना अनिवार्य है़ इसके अलावा मध्य विद्यालय में तीन स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक तथा प्रत्येक मध्य विद्यालय में विज्ञान, कला व भाषा विषय के एक-एक शिक्षक का होना अनिवार्य है़

गत माह नीति आयोग की सलाहकार अलका तिवारी ने राज्य के शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की थी़ बैठक में शिक्षकों की कमी दूर करने को कहा गया था़ राज्य गठन के बाद प्राथमिक व मध्य विद्यालय की संख्या लगभग दोगुनी हो गयी है़ पर इन विद्यालयों में स्थायी शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हुई है़ विद्यालय में शिक्षकों के पद भी सृजित नहीं हुए है़
स्कूलों में होगा शिक्षकों का पद सृजन : आरटीइ के अनुरूप स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए पद सृजन करना होगा़ राज्य गठन के बाद सर्वशिक्षा अभियान के तहत राज्य में लगभग 20 हजार शिक्षा गारंटी केंद्र को प्राथमिक विद्यालय व प्राथमिक विद्यालय से मध्य विद्यालय में अपग्रेड किया गया़ इन विद्यालयों का संचालन अभियान विद्यालय के रूप में किया जाता है़ विद्यालय में स्थायी शिक्षकों की नियुक्ति नहीं की गयी है़ स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग को इन विद्यालयों में भी पद सृजन की प्रक्रिया शुरू करने को कहा गया है़ .
पलामू में सबसे अधिक शिक्षकों की जरूरत : राज्य में सबसे अधिक शिक्षकों की कमी पलामू जिला में है़ पलामू में 6,018 शिक्षकों की आवश्यकता है़ यहां कुल 2128 ऐसे विद्यालय हैं, जिनमें आरटीइ के अनुरूप शिक्षक नहीं हैं. राज्य में सबसे कम शिक्षकों की आवश्यकता रामगढ़ के स्कूलों में है़ रामगढ़ में 768 शिक्षक ही कम है़ उल्लेखनीय है कि गत दो वर्ष में राज्य में प्राथमिक व मध्य विद्यालय में लगभग 16 हजार शिक्षकों नियुक्ति हुई है़ स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग ने दूसरी शिक्षक पात्रता परीक्षा लेने संबंधी पत्र झारखंड एकेडमिक काउंसिल को भेज दिया है़ जून माह के अंत तक परीक्षा की प्रक्रिया शुरू होनी की संभावना है़
किस जिले में कितने
शिक्षक चाहिए जिला शिक्षकों की आवश्यकता
बोकारो 1834
देवघर 3114
चतरा 2724
धनबाद 2083
दुमका 2957
गढ़वा 3123
गिरिडीह 5946
गोड्डा 2643
गुमला 1652
हजारीबाग 1738
जामताड़ा 1549
खूंटी 872
कोडरमा 1277
लातेहार 2137
लोहरदगा 998
पाकुड़ 1946
पलामू 6108
प.सिंहभूम 3316
पूर्वी सिंहभूम 1575
रामगढ़ 768
रांची 2418
साहेबगंज 3190

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