झारखंड के चतरा पत्रकार हत्याकांड का मामला सुलझने का दावा, लेकिन बड़ा सवाल कहां हैं बीरेंद्र?

चतरा/रांची: झारखंड के चतरा जिले के ताजा टीवी के रिपोर्टर इंद्रदेव यादव उर्फ अखिलेश प्रताप सिंह की हत्या के मामले को चतरा पुलिस ने सुलझा लेने का दावा किया है.इसमामले मेंमयूरहंडप्रखंड के रहने वालेबिरबलसाव और लावालौंगझमनसाव को गिरफ्तारकिया है.चतरापुलिस ने अनुसार, दोनों ने पत्रकार हत्याकांडमें संलिप्तताकी बातस्वीकारी है. हत्या में प्रयोग की गयी बाइक कोभी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 16, 2016 1:55 AM

चतरा/रांची: झारखंड के चतरा जिले के ताजा टीवी के रिपोर्टर इंद्रदेव यादव उर्फ अखिलेश प्रताप सिंह की हत्या के मामले को चतरा पुलिस ने सुलझा लेने का दावा किया है.इसमामले मेंमयूरहंडप्रखंड के रहने वालेबिरबलसाव और लावालौंगझमनसाव को गिरफ्तारकिया है.चतरापुलिस ने अनुसार, दोनों ने पत्रकार हत्याकांडमें संलिप्तताकी बातस्वीकारी है. हत्या में प्रयोग की गयी बाइक कोभी पुलिस ने जब्त किया है. हालांकि चतरा के एसपी अंजनी झा ने इस मामले में बहुत जल्द और साक्ष्य जुटाने का दावा किया है. जिसके बाद चतरा पुलिस मीडिया को मामले की विस्तृत जानकारी देगी. इस मामले में मृतक पत्रकार की पत्नी बार-बार बीरेंद्र की गिरफ्तारी की मांग कर रहीं हैं और उनका आरोप है कि उससे उनके पति भयाक्रांत थे.

उधर, आज सोमवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा जिला मुख्यालय पर पत्रकार की हत्या के विरोध में धरना-प्रदर्शन कर रहा है, जबकि सिमरिया प्रखंड में पत्रकार धरना दे रहे हैं. ध्यान रहे कि पत्रकार की हितरक्षा से जुड़ी एक अमेरिकी संस्था ने भी चतरा व बिहार के सीवान में हुई पत्रकार हत्या मामले की त्वरित व निष्पक्ष जांच की मांग की है.

इससे पहले क्या हुआ था?

चतरा पुलिस ने शनिवार की देर रात शहर के एक दर्जन लोगों को घर से उठाया. थाना ले जाकर उनसे बारी-बारी से पूछताछ कर रही है.

मालूम हो कि 12 मई की रात अपराधियों ने देवरिया पंचायत भवन के समीप पत्रकार इंद्रदेव की गोली मार कर हत्या कर दी थी. एसपी अंजनी कुमार झा ने कल बताया था कि सभी बिंदुओं पर बारिकी से जांच की जा रही है. मोबाइल कॉल डिटेल्स व सीसीटीवी के माध्यम से अपराधियों तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है. जल्द ही मामले का खुलासा कर दिया जायेगा. पुलिस टीम बना कर मामले की जांच की जा रही है.
पुलिस बीरेंद्र काे पकड़े, तो हाे जायेगा खुलासा : पत्नी
पत्रकार की पत्नी बबीता का कहना है कि बीरेंद्र का फोन आने से इंद्रदेव विचलित हो जाता था. कई दिनों तक मानसिक रूप से परेशान रहता था. हत्या के तीन दिन पूर्व से लगातार बीरेंद्र का फोन आ रहा था. फोन पर धमकी दी जा रही थी. पुलिस को बीरेंद्र की खोजबीन करनी चाहिए. उसके पकड़ में आने से घटना का खुलासा हो पायेगा.
घटना के दिन ही धनगाय से लाैटा था : इधर, पत्रकार की हत्या को लेकर कई तरह की अटकलें लगायी जा रही हैं. कुछ लोगों का कहना है कि बिहार में पंचायत चुनाव चल रहा है. इंद्रदेव अपने पैतृक गांव धनगाय जाकर अपने चहेते उम्मीदवार के पक्ष में गांववालों को मतदान करने को कहा था. इसकाे लेकर दूसरे पक्ष के लाेगाें से उसकी कहा-सुनी हुई थी. घटना के दिन ही चतरा लौटा था.
सीएम ने पांच लाख मुआवजा देने की घाेषणा की
रांची. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने मारे गये पत्रकार इंद्रदेव यादव के परिवार को पांच लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है. इस संबंध में प्रधान सचिव संजय कुमार कोनिर्देशदिया है. मुख्यमंत्री ने इस संबंध में डीजीपी डीके पांडेय से रिपोर्ट मांगी है. पूछा हैकि अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए अब तक क्या कार्रवाई की गयी है.

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