खुशखबरी: शिक्षा विभाग ने दी स्वीकृति, सात जिलों में शुरू होगी पीजी की पढ़ाई

रांची: राज्य के सात जिलों में स्नातकोत्तर (पीजी) की पढ़ाई शुरू होगी़ उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग ने पढ़ाई शुरू करने को स्वीकृति दे दी है़ वर्तमान शैक्षणिक सत्र से ही पढ़ाई शुरू करने को कहा गया है़ काेडरमा, बोकारो, धनबाद, गिरिडीह, चतरा, गुमला व सरायकेला जिला के कॉलेजों को पीजी की पढ़ाई के लिए […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 19, 2016 1:40 AM
रांची: राज्य के सात जिलों में स्नातकोत्तर (पीजी) की पढ़ाई शुरू होगी़ उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग ने पढ़ाई शुरू करने को स्वीकृति दे दी है़ वर्तमान शैक्षणिक सत्र से ही पढ़ाई शुरू करने को कहा गया है़ काेडरमा, बोकारो, धनबाद, गिरिडीह, चतरा, गुमला व सरायकेला जिला के कॉलेजों को पीजी की पढ़ाई के लिए चिह्नित किया गया है़ अब तक इन जिलों के विद्यार्थियों को पीजी की पढ़ाई के लिए अपने जिले से बाहर जाना पड़ता था़ उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग से स्वीकृति मिलने के बाद विश्वविद्यालयों ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है़.

इसमें सबसे अधिक पांच कॉलेज विनोबा भावे विवि में हैं, जबकि एक काॅलेज रांची विवि व एक कोल्हान विवि में है़ किस कॉलेज में किस संकाय की पढ़ाई होगी, इसे विवि स्तर से तय किया जायेगा़ वर्तमान में रांची विवि में पीजी सेंटर के अलावा रांची कॉलेज में कला व विज्ञान, मारवाड़ी कॉलेज में कॉमर्स, रांची महिला कॉलेज में तीनों संकाय में पीजी स्तर पर पढ़ाई होती है़.

इसके अलावा कुछ चयनित विषयों में संत जेवियर कॉलेज में भी पीजी स्तर पढ़ाई होती है़ विनोबा भावे विवि में पीजी सेंटर के अलावा संत कोलंबस कॉलेज हजारीबाग, पीके राय मेमोरियल कॉलेज धनबाद, आरएसपी कॉलेज व एसएसएलएनटी कॉलेज धनबाद में पीजी स्तर पर पढ़ाई होती है़ इसमें एसएसएलएनटी कॉलेज में केवल गृह विज्ञान में पीजी स्तर पर पढ़ाई हाेती है़,जबकि आरएसपी कॉलेज में केवल कॉमर्स की पढ़ाई होती है़ एसएसएलएनटी कॉलेज में उन विषयों की पढ़ाई शुरू की जायेगी, जिसकी पढ़ाई पीजी स्तर पर धनबाद में सुविधा नहीं है़ यह निर्णय राज्य में उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लिया गया है़ राज्य में उच्च शिक्षा में कुल नामांकन अनुपात राष्ट्रीय स्तर की तुलना में काफी कम है़ राष्ट्रीय स्तर उच्च शिक्षा में कुल नामांकन अनुपात 19.4 प्रतिशत है, जबकि झारखंड में यह मात्र 8.1 प्रतिशत है़ राज्य सरकार ने वर्ष 2022 तक इसे 32 प्रतिशत करने का लक्ष्य रखा है़ .
विवि व कॉलेजों में दो पाली में पढ़ाई शुरू
शैक्षणिक सत्र 2015-16 से विवि व कॉलेजों में दो पाली में पढ़ाई शुरू की गयी है़ . द्वितीय पाली में कक्षा संचालन के लिए प्रति कक्षा के हिसाब से शिक्षकों को मानदेय दिया जा रहा है़.

इसके लिए विश्वविद्यालयों को दस करोड़ रुपये आवंटित किया गया है़ राज्य के 11 जिलों में भवन निर्माण होने तक वैकल्पिक व्यवस्था के तहत महिला कॉलेज में भी नामांकन शुरू किया गया है़ उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग राज्य में विधानसभावार डिग्री कॉलेज खोलने की भी प्रक्रिया शुरू कर दी है़ 35 विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं, जहां एक भी डिग्री कॉलेज नहीं है़ इनमें से आठ विधानसभा क्षेत्र में प्रथम चरण में कॉलेज खोला जायेगा़ गांडेय, बरहेट, लिट्टीपाड़ा, महेशपुर, जामा, जरमुंडी, मनिका व जगन्नाथपुर विधानसभा क्षेत्र में कॉलेज खोला जायेगा़

राज्य के सात और कॉलेजों में पीजी की पढ़ाई शुरू की जायेगी़ वर्तमान शैक्षणिक सत्र से इन कॉलेजों में पीजी की पढ़ाई शुरू होगी़ इसके अलावा विधानसभावार कॉलेज खोलने की भी प्रक्रिया शुरू की गयी है़ 35 विधानसभा क्षेत्र में कॉलेज खोला जायेगा़
अजय सिंह, सचिव उच्च एवं तकनीकी शिक्षा

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