गैरेज मालिक ने चालक से हड़प लिया ई-रिक्शा

रांची: शहर के रिक्शा चालकों के उत्थान के लिए राज्य सरकार ने कई रिक्शा चालकों को ई-रिक्शा दिया था, परंतु गैरेज मालिकों ने इसे हथिया लिया़ ताजा मामला रातू रोड स्थित न्यू मधुकम के जवाहर साव के साथ हुआ है. 25 अप्रैल को बीएसयूपी आवास के उदघाटन के दौरान मुख्यमंत्री रघुवर दास ने जवाहर को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 24, 2016 1:51 AM
रांची: शहर के रिक्शा चालकों के उत्थान के लिए राज्य सरकार ने कई रिक्शा चालकों को ई-रिक्शा दिया था, परंतु गैरेज मालिकों ने इसे हथिया लिया़ ताजा मामला रातू रोड स्थित न्यू मधुकम के जवाहर साव के साथ हुआ है.

25 अप्रैल को बीएसयूपी आवास के उदघाटन के दौरान मुख्यमंत्री रघुवर दास ने जवाहर को ई-रिक्शा दिया था, लेकिन इस रिक्शे को गैरेज मालिक मधुकर प्रसाद सिंह ने हथिया लिया. जब भी जवाहर रिक्शा मांगने जाता है, तो मधुकर कहता है कि पहले 80 हजार लेकर आअो तब देंगे रिक्शा़ सोमवार को जवाहर ने इसकी शिकायत नगर निगम में की.

क्या है मामला : रिक्शा चालक जवाहर साव के अनुसार वह पूर्व में मधुकर प्रसाद सिंह के यहां किराये पर रिक्शा लेकर चलाता था. इस दौरान निगम ने रिक्शा चालकों से आवेदन मांगा. जवाहर ने भी निगम में आवेदन दिया. उसके आवेदन को निगम से मंजूरी भी मिल गयी. इसके बाद गैराज ऑनर को जब इसकी जानकारी मिली, तो उसने जवाहर से कहा कि नगर निगम ने उसे ई-रिक्शा इसलिए दिया है कि वह उसके यहां रिक्शा चलाता है. इसलिए नगर निगम से जो ई-रिक्शा मिला है, वह भी उसका ही होगा. जवाहर साव ने कहा कि रिक्शा तो उसे दिया गया है, इस पर मधुकर सिंह ने कहा कि नगर निगम में रिक्शा लेने के लिए घूस देना पड़ा है़ अगर घूस की राशि 80 हजार रुपये लौटा दोगे, तो मैं तुम्हें रिक्शा लौटा दूंगा.
पार्षद का भी मिला है समर्थन : गैरेज मालिक को नगर निगम के एक पार्षद का भी समर्थन प्राप्त है. ई-रिक्शा को हड़पने की जानकारी सबसे पहले पार्षद को ही दी गयी थी. पार्षद ने भी रिक्शा चालक से कहा कि वह चुपचाप रहे, तो ही बेहतर है. लोगों का कहना है कि एक दर्जन से अधिक रिक्शों पर गैरेज मालिकों का कब्जा है.

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