75 लाख के शीत वाहन बरबाद
रांची: 75 लाख रुपये की लागत से खरीदे गये तीन रेफ्रिजरेटेड ट्रक (शीत वाहन) बरबाद हो गये हैं. कृषि निदेशालय, कांके रोड में ये ट्रक खुले में रहने के कारण हवा, धूप व पानी से सड़ रहे हैं. इन वाहनों का इस्तेमाल कृषि उत्पाद (फल-सब्जी) के अंतरराज्यीय निर्यात में होना था. उल्लेखनीय है कि राज्य […]
रांची: 75 लाख रुपये की लागत से खरीदे गये तीन रेफ्रिजरेटेड ट्रक (शीत वाहन) बरबाद हो गये हैं. कृषि निदेशालय, कांके रोड में ये ट्रक खुले में रहने के कारण हवा, धूप व पानी से सड़ रहे हैं. इन वाहनों का इस्तेमाल कृषि उत्पाद (फल-सब्जी) के अंतरराज्यीय निर्यात में होना था.
उल्लेखनीय है कि राज्य बागवानी मिशन की राशि से वर्ष 2005 में 25-25 लाख रुपये की लागत से प्रस्तावित एग्रीकल्चरल एक्सपोर्ट जोन के लिए चार शीत वाहन खरीदे गये थे. जोन तो नहीं बना, लेकिन तत्कालीन विभागीय अधिकारियों ने इससे पहले ही ट्रक खरीद लिया. करीब साल भर नये ट्रक निदेशालय में बेकार खड़े रहे.
सितंबर 2006 में ट्रक संचालन के लिए प्राइवेट पार्टनर के लिए विज्ञापन निकाला गया. किसी के रुचि नहीं दिखाने पर रांची जिले की चार फल-सब्जी उत्पादक समितियों को ये ट्रक दे दिये गये. इनमें से सिर्फ एक ट्रक अभी चल रहा है. बरगड़ी उत्पादक समिति के अध्यक्ष अशोक नाथ तिवारी व चान्हो उत्पादक समिति के अध्यक्ष नागेश्वर गोप को काफी दौड़ाया गया. हताश होकर सभी ने ट्रक कृषि निदेशालय को लौटा दिया. इसके बाद से तीनों ट्रक खड़े-खड़े जंग खा रहे हैं.