शूटआउट@ रातू रोड: तीन बिंदुओं पर जांच, कई जगह छापामारी

लोहरदगा के बॉक्साइट खदान व्यवसायी ज्ञानचंद प्रकाश अग्रवाल को गोली मारने के मामले में मंगलवार को पुलिस की टीम ने विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की. घटना में शामिल अपराधियों का कोई ठोस सुराग नहीं मिला. अपराधियों की तलाश में पुलिस की एक टीम लोहरदगा भेजी गयी है. वहीं, दूसरी टीम दूसरे स्थानों पर अपराधियों के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 1, 2016 1:18 AM
लोहरदगा के बॉक्साइट खदान व्यवसायी ज्ञानचंद प्रकाश अग्रवाल को गोली मारने के मामले में मंगलवार को पुलिस की टीम ने विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की. घटना में शामिल अपराधियों का कोई ठोस सुराग नहीं मिला. अपराधियों की तलाश में पुलिस की एक टीम लोहरदगा भेजी गयी है. वहीं, दूसरी टीम दूसरे स्थानों पर अपराधियों के ठिकानाें पर छापेमारी कर रही है.
रांची: एसएसपी ने घटना में शामिल अपराधियों के बारे में पता लगाने के लिए दो अलग- अलग टीमाें का गठन किया है. पुलिस अधिकारियों के अनुसार जिस अंदाज में व्यवसायी को गोली मारी गयी है, उससे यह स्पष्ट है कि घटना में शामिल शूटर पेशेवर हैं. घटना के पीछे उग्रवादियों के हाथ होने की आशंका के बिंदु पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. पुलिस, दो अन्य बिंदुआें व्यवसाय को लेकर किसी से आपसी विवाद और पारिवारिक विवाद पर भी जांच कर रही है. हालांकि खबर लिखे जाने तक पुलिस किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच सकी है.

मंगलवार को पुलिस ने रातू रोड गलेक्सिया मॉल में लगे सीसीटीवी की जांच की, लेकिन जांच के दौरान किसी सीसीटीवी से अपराधियों के बारे सुराग नहीं मिला. पुलिस आसपास के दूसरे स्थानों पर लगे सीसीटीवी के बारे में जानकारी एकत्र कर रही है. लोहरदगा के कुछ पुराने अपराधियों पर पुलिस को संदेह है, जिनकी संलिप्तता पर पुलिस जांच कर रही है. उल्लेखनीय है कि सोमवार की शाम अपराधियों ने व्यवसायी को रातू रोड के गलेक्सिया मॉल के समीप गोली मार दी थी. घटना के दौरान वे अपने वकील से मिल कर निकले थे और गाड़ी में बैठ रहे थे. अपराधी पैदल ही भाग निकले थे.
ज्ञानचंद्र के स्वास्थ्य में सुधार, बयान लिया
रांची. पुलिस ने मंगलवार की शाम अस्पातल में व्यवसायी ज्ञानचंद्र से मामले की जानकारी ली. उनके परिजनों सहित दूसरे लोगों से भी मामले की जानकारी मिली. पुलिस को जियोमैक्स कंपनी से व्यावसायिक विवाद व वर्ष 2013 में लोहरदगा में नगर परिषद के सदस्य से विवाद होने की जानकारी मिली है. व्यवसायी से मामले की जानकारी लेने के बाद पुलिस वैसे प्रत्येक लोगों के बारे में जांच कर रही है, जिनके साथ ज्ञानचंद ने रुपये की लेनदेन की थी. पुलिस अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस की एक टीम अस्पाताल में भी रखी गयी है. शाम में ज्ञानचंद्र के स्वास्थ्य में सुधार आने के बाद उनका बयान लिया है. पुलिस को कई बिंदुओं पर जानकारी मिली है. पुलिस प्रत्येक बिंदु पर गहराई से जांच कर रही है, ताकि घटना में शामिल अपराधियों के बारे में सुराग मिल सके.
अज्ञात अपराधियों के खिलाफ केस दर्ज
व्यवसायी ज्ञानचंद्र प्रकाश अग्रवाल को गोली मारनेवाले अज्ञात अपराधियों के खिलाफ विश्वजीत मिश्रा के बयान पर मंगलवार को सुखदेवनगर थाना में केस दर्ज कर लिया गया. केस 30 मई की तिथि में दर्ज किया गया है. विश्वजीत मिश्रा के अनुसार घटना को दो अपराधियों ने अंजाम दिया था. घटना के बाद वे पैदल ही भाग निकले.
शुरू से असुरक्षित रहे हैं व्यवसायी
राजधानी रांची और आसपास के इलाके में व्यवसायी शुरू से असुरक्षित रहे हैं. कभी अपराधी किसी व्यवसायी की गोली मार कर हत्या कर दते हैं, तो कभी गोली मार कर घायल कर देते हैं. सक्रिय अपराधी किसी व्यवसायी को फिरौती के लिए अपहरण कर आराम से ले जाते हैं, लेकिन पुलिस अपराधियों को तत्काल गिरफ्तार नहीं कर पाती. बॉक्साइट खदान व्यवसायी ज्ञानचंद्र प्रकाश अग्रवाल के मामले में भी पुलिस का यही हाल है. अपराधी व्यवसायी को गोली मारने के बाद अाराम से भाग निकले. हाल में ही फरवरी माह में अपराधियों ने फिरौती के लिए पंडरा से मार्बल व्यवसायी राजू मंडल का अपहरण कर लिया. परिजनों ने राजू मंडल को मुक्त कराने के लिए अपहरण करनेवाले को फिरौती में रकम भी दी. इस बात की जानकारी पुलिस को थी, लेकिन पुलिस अपराधियों के चंगुल से राजू मंडल को नहीं बचा सकी. पुलिस ने अपराधियों को तब गिरफ्तार किया, जब अपहरण करनेवाले ने फिरौती लेने के बाद उनकी हत्या कर दी. वैसे तो पुलिस अपराधियों पर निगरानी रखने का दावा करती है, लेकिन घटना के तुरंत बाद अपराधियों को नहीं पकड़ पाती. इसके पूर्व भी राजधानी में व्यवसायी पवन अग्रवाल की हत्या हो चुकी है, लेकिन मामले में आज तक पुलिस को अपराधियों के बारे में सुराग नहीं मिला.
अपराधी घटना के तुरंत बाद नहीं पकड़े जाते
23 फरवरी 2016 : पंडरा ओपी क्षेत्र के पावर हाउस के समीप ट्रांसपोर्ट व्यवसायी आदित्य सिंह की गोली मार कर हत्या
05 मार्च 2016 : पंडरा से अपहृत मार्बल व्यवसायी राजू मंडल की हत्या, शव टंडवा से मिला
29 जून 2015 : चुटिया थाना क्षेत्र में शराब व्यवसायी अनूप चावला को गोली मार कर अपराधी भागे
18 जून 2014 : तुपुदाना में व्यवसायी लाल अशोकनाथ शाहदेव की गोली मार कर हत्या
18 सितंबर 2014 : लालुपर थाना क्षेत्र के रतन सिंह रोड में व्यवसायी पवन अग्रवाल की गोली मार कर हत्या
21 फरवरी 2013 : रातू थाना क्षेत्र से अपहृत व्यवसायी कोकर तिरिल रोड निवासी ज्ञानचंद जैन का शव इटकी थाना से बरामद
02 सितंबर, 2012 : टाटीसिलवे में कार से घर लौटने के क्रम में व्यवसायी सुशील केजरीवाल की हत्या
14 मार्च, 2009 : पंजवटी प्लाजा के समीप व्यवसायी राजू धानुका की गोली मार कर हत्या
गोली मारनेवाले अपराधियों को जल्द पकड़ें : एडीजी
रांची. राजधानी में बढ़ी आपराधिक घटनाओं को लेकर एडीजी सीआइडी अजय कुमार सिंह ने मंगलवार को रांची पुलिस के अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में एडीजी ने हाल की घटनाओं की जांच की समीक्षा की. उन्होंने अब तक की जांच में मिले सुराग और अपराध कर्मियों के बारे में जानकारी ली. उन्होंने कहा कि हाल की चार घटनाओं को जिस तरह अंजाम दिया गया है, उससे लगता है कि घटना में प्रोफेशनल अपराधी शामिल हैं. इसलिए इन मामलों में शामिल अपराधियों को हर हाल में गिरफ्तार करें. सुखदेवनगर थाना क्षेत्र में बॉक्साइट कारोबारी ज्ञानचंद्र अग्रवाल को गोली मारे जाने की घटना पर एडीजी ने नाराजगी भी जतायी. उन्होने पुलिस अधिकारियों से कहा कि आपराधिक घटनाओं के उद्भेदन में सीआइडी की टीम की मदद लें.

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