जूही चावला और उनके पति पर धोखाधड़ी का केस दर्ज, जानें पूरा मामला ?
रांची: बरियातू के हरिहर सिंह रोड निवासी जयेश सिन्हा को मुंबई की एक अबकूल फ्यूचर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का फ्रेंचाइजी देने के नाम पर धोखाधड़ी की गयी है. मामले में जयेश सिन्हा ने पूर्व में न्यायालय में परिवाद दायर किया था. न्यायलय के निर्देश पर लालपुर थाना की पुलिस ने कांड संख्या 62/ 16 के […]
रांची: बरियातू के हरिहर सिंह रोड निवासी जयेश सिन्हा को मुंबई की एक अबकूल फ्यूचर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का फ्रेंचाइजी देने के नाम पर धोखाधड़ी की गयी है. मामले में जयेश सिन्हा ने पूर्व में न्यायालय में परिवाद दायर किया था. न्यायलय के निर्देश पर लालपुर थाना की पुलिस ने कांड संख्या 62/ 16 के अंतर्गत केस दर्ज किया है, जिसमें धोखाधड़ी का आरोप फिल्म स्टर जूही चालवा सहित सात लोगों पर है. पुलिस केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.
बॉलीवुड अभिनेत्री जूही चावला और उनके पति जय मेहता के खिलाफ रांची के लालपुर थाने में धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया गया है. बरियातू के हरिहर सिंह रोड निवासी जयेश सिन्हा को मुंबई की एक अबकूल फ्यूचर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का फ्रेंचाइजी देने के नाम पर धोखाधड़ी की गयी है. मामले में जयेश सिन्हा ने पूर्व में न्यायालय में परिवाद दायर किया था.
न्यायालय के निर्देश पर लालपुर थाना की पुलिस ने कांड संख्या 62/ 16 के अंतर्गत केस दर्ज किया है, जिसमें धोखाधड़ी का आरोप फिल्म स्टार जूही चालवा सहित सात लोगों पर है. पुलिस केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.
रांची पुलिस की एक टीम जल्द ही मुंबई जा सकती है, ताकि प्राथमिकी अभियुक्त के खिलाफ आरोप सही पाये जाने पर उनके खिलाफ आगे की कार्रवाई हो सके. जानकारी के अनुसार अबकूल कंपनी के डॉयरेक्टर चौधरी अंबिका प्रसाद और मार्केटिंग हेड अपूर्वा मनहोत से जयेश सिन्हा की मुलकाता पूर्व में हुई थी.
कंपनी के अधिकारियों ने जयेश सिन्हा को बताया कि वे कंपनी की ओर से झारखंड के विभिन्न स्कूलों में डिजिटल एजुकेशन का काम करना चाहते हैं. इसके लिए कंपनी के अधिकारी फ्रेंचाइजी की तलाश झारखंड में कर रहे हैं.
कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि वे जयेश सिन्हा को कंपनी का फेंचाइजी देना चाहते हैं और उनके साथ ही काम करेंगे. इसके लिए फिल्म स्टार जूही चावला भी तीन दिनों के लिए अपना समय देगी. जयेश सिन्हा ने रांची और जमशेदपुर का फ्रेंचाइजी लेने के लिए दो- दो लाख कंपनी के अधिकारियों को दिये.
इसके अलावा सिक्यूरिटी डिपोजिट के नाम पर अलग से चार लाख रुपये जमा किये. इसके अलावा विभिन्न तिथियों में कंपनी के अधिकारियों ने लाखों रुपये लिये. कंपनी की ओर से रांची में छात्रों और उनके गार्जियन को इसका डेमोस्ट्रेशन भी दिया गया.
बाद में जयेश सिन्हा ने देखा कि कंपनी की वेबसाइट बंद कर दी गयी है. जब जयेश ने कंपनी के अधिकारियों से काम शुरू करने का अनुरोध किया, तब उन्होंने जयेश सिन्हा को बताया कि वे अब अपना काम शुरू नहीं करनेवाले हैं. तब जयेश ने उनसे अपने आठ लाख रुपये वापस मांगे.
पहले तो कंपनी के अधिकारियों ने जल्द ही रुपये देने का आश्वासन दिया, लेकिन बाद में कंपनी के अधिकारियों ने रुपये देने की बात से इनकार कर दिया. तब मामले में जयेश की ओर से न्यायलय में एक शिकायत दर्ज करायी गयी थी.