रामगढ़ में पटाखे का सालाना कारोबार 50 करोड़ रुपये का

रांची: रामगढ़ में पटाखा दुकानों व उसके गोडाउन में हुई छापामारी के बाद उसे सील कर दिया गया था. एसडीओ ने पांच दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा की थी, जिनमें दो दुकानदारों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी. अन्य तीन के खिलाफ पटाखा बेचने का लाइसेंस रद्द करने की कार्रवाई की गयी. रामगढ़ में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 15, 2016 1:30 AM
रांची: रामगढ़ में पटाखा दुकानों व उसके गोडाउन में हुई छापामारी के बाद उसे सील कर दिया गया था. एसडीओ ने पांच दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा की थी, जिनमें दो दुकानदारों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी. अन्य तीन के खिलाफ पटाखा बेचने का लाइसेंस रद्द करने की कार्रवाई की गयी.

रामगढ़ में भीड़-भाड़ वाले इलाके में पटाखा का भंडारण किया गया था. इसकी मात्रा इतनी थी कि जब 25 मार्च को एक पटाखा दुकान में आग लगी, तो फायर ब्रगेड का वाहन उसे बुझा नहीं पाया. सेना की मदद से आग पर काबू पाया गया. पटाखा कारोबार से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि रामगढ़ में सालाना करीब 50 करोड़ रुपये का पटाखा करोबार होता है. प्रशासन के अफसरों से इस कारोबार से जुड़े लोगों के अच्छे संबंध रहते हैं.

पूर्व विधायक ने कार्रवाई पर उठाये थे सवाल
पूरे मामले में रामगढ़ के पूर्व विधायक शंकर चौधरी ने प्रशासन पर कई आरोप लगाये थे, साथ ही कई सवाल भी उठाये थे. उन्होंने डीसी को पत्र लिख कर सवाल उठाया था, जिसमें दो कारोबारियों को तीन दिन तक थाना में बैठा कर रखने, फिर छोड़ देने, दोनों कारोबारियों के खिलाफ एक्सप्लोसिव एक्ट के तहत कार्रवाई नहीं करने आदि सवाल शामिल थे.

Next Article

Exit mobile version