रांची. रामगढ़ से अपहृत युवती आकांक्षा कुमारी (20) की शनिवार की सुबह रिम्स में इलाज के दौरान मौत हो गयी. वह रांची वीमेंस कॉलेज में बीएससी आइटी सेकेंड इयर की छात्रा थी.
मूल रूप से बोकारो के कथारा की रहनेवाली आकांक्षा 10 जनवरी से गायब थी. उसके भाई अंतरिक्ष कुमार ने बेरमो स्थित संडे बाजार निवासी प्रभात सिंह पवार पर जहर देकर हत्या करने का आरोप लगाया है. बरियातू पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. पोस्टमार्टम के बाद रिम्स प्रबंधन ने शव परिजनों को सौंप दिया. पुलिस को मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार है.
आकांक्षा के ममेरे भाई शुभम कुमार ने कहा कि आकांक्षा 10 जनवरी को घर से रांची जाने के लिए निकली. कथारा से जब वह रामगढ़ पहुंची, तब उसने अपनी मां को फोन पर बताया कि बस खराब हो गयी है. वह दूसरी गाड़ी से रांची जा रही है. इसके बाद से आकांक्षा का मोबाइल बंद हो गया. 11 जनवरी की रात को परिजनों से आकांक्षा की अज्ञात नंबर से बात हुई. आकांक्षा ने बताया कि वह एक अंधेरे कमरे में है.
इसके बाद प्रभात सिंह पवार का फोन आया. उसने परिजनों को बताया कि उनकी बेटी सुरक्षित है. चिंता की कोई बात नहीं है. उसके बाद से आकांक्षा से संपर्क नहीं हुआ. परिजनों ने इसकी जानकारी कथारा पुलिस को दी. शुभम ने बताया कि 14 जनवरी की सुबह प्रभात सिंह की पत्नी आकांक्षा के पिता सुबोध कुमार से मिली और कहा कि वे केस वापस ले लें. आकांक्षा उनके घर में है. इसके बाद परिजन संडे बाजार स्थित प्रभात सिंह पवार के घर पहुंचे. वहां आकांक्षा बेहोश मिली. उसके मुंह से झाग निकल रहा था. परिजन उसे लेकर स्थानीय अस्पताल पहुंचे. फिर 17 जनवरी को रिम्स में भरती कराया. शनिवार की सुबह उसकी मौत हो गयी.