डीपीआर के फेर में उलझा बड़ा तालाब का सौंदर्यीकरण कार्य
रांची: शहर के बड़ा तालाब का सौंदर्यीकरण कार्य डीपीआर के चक्कर में उलझ कर रह गया है. डीपीआर में सुधार किये जाने को लेकर नगर निगम ने जितनी बार कंसल्टेंट टंडन इंफ्रा को निर्देश दिया, कंसल्टेंट ने उतनी ही बार डीपीआर में गड़बड़ी करके उसे निगम के अधिकारियों के समक्ष पेश किया. सोमवार को नगर […]
रांची: शहर के बड़ा तालाब का सौंदर्यीकरण कार्य डीपीआर के चक्कर में उलझ कर रह गया है. डीपीआर में सुधार किये जाने को लेकर नगर निगम ने जितनी बार कंसल्टेंट टंडन इंफ्रा को निर्देश दिया, कंसल्टेंट ने उतनी ही बार डीपीआर में गड़बड़ी करके उसे निगम के अधिकारियों के समक्ष पेश किया.
सोमवार को नगर आयुक्त प्रशांत कुमार की समीक्षा बैठक में उक्त मामला सामने आया. इस पर नगर आयुक्त ने कहा कि अगर कंसल्टेंट सही से काम नहीं कर रहा है, तो उसे टर्मिनेट किया जाये. हम विभाग से नये कंसल्टेंट को बहाल करने का आग्रह करेंगे़.
बैठक में अभियंताओं ने नगर आयुक्त को बताया कि एजेंसी का कोई इंजीनियर रांची में रहता नहीं है. कार्यालय बंबई में है. इस कारण संपर्क करने में भी परेशानी होती है. डीपीआर में आवश्यक संशोधन नहीं किये जाने पर कंसल्टेंट की बकाया राशि भी रोकने का निर्णय लिया गया. बैठक में चीफ इंजीनियर सुरेश पासवान, कार्यपालक अभियंता विजय कुमार भगत आदि उपस्थित थे.
सिवरेज ड्रेनेज का काम धीमा : बैठक में सिवरेज ड्रेनेज योजना की धीमी गति पर भी नगर आयुक्त ने नाराजगी जतायी है. उन्होंने कंपनी को काम में तेजी लाने का निर्देश दिया, ताकि समय से काम पूरा हो सके़