लापरवाही: सीएम ने 12 जनवरी को बड़ा तालाब के सौंदर्यीकरण कार्य का शिलान्यास किया था, छह माह बाद भी काम शुरू नहीं

रांची: शहर के बीच में स्थित बड़ा तालाब को एक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किये जाने की योजना है. तालाब के बीच में बने टापू पर स्वामी विवेकानंद की आदमकद प्रतिमा लगायी जानी है. साथ ही एक अन्य टापू पर कैफेटेरिया बनाने की योजना है. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने 12 जनवरी को तालाब […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 23, 2016 1:12 AM
रांची: शहर के बीच में स्थित बड़ा तालाब को एक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किये जाने की योजना है. तालाब के बीच में बने टापू पर स्वामी विवेकानंद की आदमकद प्रतिमा लगायी जानी है. साथ ही एक अन्य टापू पर कैफेटेरिया बनाने की योजना है. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने 12 जनवरी को तालाब में स्वामी विवेकानंद की आदमकद प्रतिमा लगाने व तालाब के सौंदर्यीकरण कार्य का शिलान्यास किया था, परंतु शिलान्यास के छह माह बाद भी न तो सौंदर्यीकरण काकाम शुरू हुआ और न ही प्रतिमा लगाने का काम. अभी तक डीपीआर फाइनल नहीं होने के कारण काम शुरू नहीं हुआ है.
संशोधन के आदेश पर होती है गड़बड़ी : नगर निगम ने इस कार्य के लिए टंडन इंफ्रा को कंसल्टेंट बहाल किया है. बड़ा तालाब की डीपीआर में संशोधन किये जाने काे लेकर निगम ने आधा दर्जन से अधिक बार कंसल्टेंट को निर्देश दिया़ इसके उलट टंडन इंफ्रा की ओर से हर बार डीपीआर में गड़बड़ी करके ही इसे निगम को भेजा गया. निगम अब नये कंसल्टेंट को बहाल करने की योजना बना रहा है.
सौंदर्यीकरण कार्य के तहत क्या-क्या होना है
सौंदर्यीकरण कार्य के तहत तालाब के चारों ओर बाउंड्रीवाॅल, ग्रील, पाथ-वे, बैठने के लिए बेंच-डेस्क, अंडरवाटर एलइडी लाइट सहित चारों ओर फूल-पौधे लगाये जाने की योजना है. इसके अलावा एरियेशन सिस्टम के माध्यम से तालाब के पानी को भी साफ किये जाने की योजना है. तालाब के सौंदर्यीकरण कार्य में 16 कराेड़ रुपये से अधिक खर्च किये जाने हैं.
डीपीआर में थोड़ी बहुत खामियां थीं, जिसे दूर किया जा रहा है. डीपीआर में संशोधन के बाद जल्दी से टेंडर फाइनल कर काम प्रारंभ कर दिया जायेगा़
विद्यानंद शर्मा पंकज, अपर नगर आयुक्त

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