रांचीः छात्र संगठनों के भारी विरोध व राष्ट्रपति के दौरे के मद्देनजर राजभवन के निर्देश पर 27 अप्रैल को होनेवाली सीनेट की बैठक स्थगित कर दी गयी है. विवि के कुलपति डॉ एलएन भगत ने कहा है कि बैठक अब नवंबर-दिसंबर में होगी.
इससे पूर्व शिक्षक, कर्मचारी व छात्र संघ का चुनाव कराया जायेगा. इधर, 26 अप्रैल को विवि मुख्यालय के खुलते ही कई छात्र संगठन पहुंचे और सीनेट की बैठक का विरोध करने लगे. छात्रों का कहना था कि जब तक छात्र संघ का चुनाव नहीं हो जाता है, तब तक सीनेट की बैठक नहीं होगी. अभाविप, झारखंड छात्र मोरचा, एनएसयूआइ व आजसू के सदस्य नारेबाजी करते हुए कुलपति कक्ष में पहुंचे, कुलपति ने सभी सदस्यों को सभागार में बुलाया. वार्ता शुरू होने से पहले ही कुलपति ने छात्र संगठनों के सदस्यों को बताया कि सीनेट की बैठक स्थगित कर दी गयी है. इसके बाद सभी सदस्य सुशील अंकन को वापस लाने के लिए कुलपति पर दबाव बनाने लगे.
सदस्यों को कहना था कि बिना स्पष्टीकरण मांगे अंकन को हटाना गलत है. कुलपति ने कहा कि जबसे श्री अंकन ने निदेशक का प्रभार लिया है, वहां गुटबाजी, राजनीति शुरू हो गयी. निदेशक मनमानी करने लगे. विभाग की छवि धूमिल हो रही थी. बावजूद संगठन के सदस्य नहीं माने और विरोध शुरू कर दिया. करीब ढाई घंटे तक चली बहस के बाद अंतत: कुलपति ने प्रतिकुलपति की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया. जांच का आश्वासन मिलने के बाद सभी विद्यार्थी चले गये.