सलाहकार की कार लूटने में मुंबई के अपराधी भी शामिल

रांची : सीएम के प्रेस सलाहकार योगेश किसलय की लूटी गयी इनोवा कार को पुलिस ने सीवान से बरामद कर लिया है. लूट में प्रयुक्त कार भी बरामद की गयी है़ इस मामले में दो अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है़ कार लूटकांड में किशोरगंज, गुरुधाम अपार्टमेंट निवासी मास्टर माइंड राजेश कुमार सिंह व मुंबई […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 24, 2016 1:05 AM
रांची : सीएम के प्रेस सलाहकार योगेश किसलय की लूटी गयी इनोवा कार को पुलिस ने सीवान से बरामद कर लिया है. लूट में प्रयुक्त कार भी बरामद की गयी है़ इस मामले में दो अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है़ कार लूटकांड में किशोरगंज, गुरुधाम अपार्टमेंट निवासी मास्टर माइंड राजेश कुमार सिंह व मुंबई के नाला सोपारा ईस्ट, बालघर निवासी प्रवीण यशवंत घादी सहित पांच अपराधी शामिल है़ं.

झारखंड के निवासी तीन अन्य अपराधी फरार है़ं पुलिस को उनकी जानकारी मिल गयी है़ शीघ्र ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जायेगा़ यह बातें एसएसपी कुलदीप द्विवेदी ने संवाददाता सम्मलेन में कही़ इस दौरान सिटी एसपी किशोर कौशल भी उपस्थित थे.

बूटी मोड़ से चार वाहनों के साथ राजेश हो चुका है गिरफ्तार : एसएसपी ने बताया कि यह अंतरराज्यीय गिरोह वर्ष 2006, 12 व 14 में भी कई वाहन की लूट व चोरी कर बाहर बेच चुका है़ 2014 में बूटी मोड़ के पास एक सरकारी वाहन की चोरी कर खपाये जाने के दौरान राजेश सिंह को सदर पुलिस ने पकड़ा था़ उस समय लूट के कई चार पहिया वाहन बरामद किये गये थे़ गौरतलब है कि 15 जून को अशोक नगर से सीएम के प्रेस सलाहकार की इनोवा कार लूट ली गयी थी़ .

अपराधियों ने चालक जितेंद्र महतो को भी इनोवा कार में हथियार के बल पर बैठा लिया था़ बाद में उसे डाेरंडा-नामकुम बाइपास में घाघरा के समीप छोड़ दिया गया था़ पुलिस ने राजेश कुमार सिंह को रविवार को ही गिरफ्तार कर लिया था़ उनलोगों ने पुलिस को बताया कि वे लोग सीवान के बभुनिया मोड़, पुरानी किला निवासी गैरेज मालिक मुस्तफा उर्फ असलम मियां को गाड़ी खपाने के लिए दी थी. एक व्यवसायी से इनोवा कार को डेढ़ लाख रुपये में बेचने की बात भी तय हो गयी थी़ सिटी एसपी के निर्देश पर अरगोड़ा थाना प्रभारी रतिभान सिंह व नामकुम थाना प्रभारी राजेंद्र दुबे, आरक्षी शाह फैसल सिवान पहुंचे और इनोवा कार बरामद कर ली.

पटना जेल में अपराधियों की हुई थी मुलाकात : एसएसपी ने बताया कि पटना के जेल में सभी अपराधी आपस में मिले थे़ वहीं उनलोगों ने एक गिरोह बनाया और लूटपाट करने लगे़ झारखंड के अपराधी यहां से वाहन चोरी कर मुंबई व अन्य स्थानों में खपाते थे.

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