हर किसान को मिले पानी : पद्मश्री सिमोन उरांव
रांची : किसान अौर खेत अन्न का कारखाना है. खेती किसानी के लिए जरूरी है कि हर किसान को पानी मिले. आज पानी का संकट है. सरकार को चाहिए कि छोटे तालाब, डोभा व तालाब को गहरा करे, ताकि ज्यादा-से-ज्यादा पानी जमा हो सके. उक्त बातें पद्मश्री सिमोन उरांव ने कही. वे रविवार को बदलाव […]
रांची : किसान अौर खेत अन्न का कारखाना है. खेती किसानी के लिए जरूरी है कि हर किसान को पानी मिले. आज पानी का संकट है. सरकार को चाहिए कि छोटे तालाब, डोभा व तालाब को गहरा करे, ताकि ज्यादा-से-ज्यादा पानी जमा हो सके. उक्त बातें पद्मश्री सिमोन उरांव ने कही.
वे रविवार को बदलाव फाउंडेशन द्वारा आयोजित ‘जल संरक्षण अौर जलवायु परिवर्तन’ विषयक कार्यशाला में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि गांव पर पहला अधिकार ग्रामीणों का है सरकार का नहीं. गांव में मिल बैठ कर विकास की योजना बनाये अौर उन्हें जनप्रतिनिधियों (मुखिया, सरपंच) की मदद से लागू करवाये. परिवार में भी सभी को हर रोज बैठना चाहिए. इससे परिवार ज्यादा बेहतर तरीके से चल सकेगा.
मौके पर वाटरशेड आर्गेनाइजेशन ट्रस्ट की सुजया ने कहा कि जलवायु परिवर्तन का सीधा असर कृषि उत्पादों अौर आजीविका पर पड़ रहा है. उन्होंने मध्यप्रदेश अौर दूसरे राज्यों का उदाहरण देकर बताया कि किस तरह से जलवायु परिवर्तन से फसलों को नुकसान पहुंच रहा है. इस अवसर पर पत्रकार मधुकर ने भी अपने विचार रखे. कार्यक्रम में जलवायु परिवर्तन पर एक शॉर्ट फिल्म का भी प्रदर्शन किया गया.