खून की पड़ी जरूरत, तो आगे आये जैप छह के जवान
रांची : सुबह में वाट्स एप के एक ग्रुप पर सूचना आयी कि गढ़वा निवासी पत्रकार संजय पांडेय के पिता मेदांता अस्पताल में भरती हैं. उनकी स्थिति गंभीर है और उन्हें खून की जरूरत है. उनका ब्लड ग्रुप एबी-पॉजिटिव है. इस सूचना के मिलने के बाद जैप-छह जमशेदपुर के कमांडेंट शैलेंद्र वर्णवाल सक्रिय हो गये. […]
रांची : सुबह में वाट्स एप के एक ग्रुप पर सूचना आयी कि गढ़वा निवासी पत्रकार संजय पांडेय के पिता मेदांता अस्पताल में भरती हैं. उनकी स्थिति गंभीर है और उन्हें खून की जरूरत है. उनका ब्लड ग्रुप एबी-पॉजिटिव है.
इस सूचना के मिलने के बाद जैप-छह जमशेदपुर के कमांडेंट शैलेंद्र वर्णवाल सक्रिय हो गये. पड़ताल किया तो पता चला कि रांची में राजभवन और खेलगांव में प्रतिनियुक्त जैप-छह की दो कंपनी है. छह जवानों का ब्लड ग्रुप एबी-पॉजिटिव है. इसके बाद श्री वर्णवाल ने संजय पांडेय से संपर्क किया और कहा कि वह जवानों को मेदांता भेज रहे हैं. जवानों को जब यह पता चला कि किसी को उनके ग्रुप के खून की जरूरत है, तो सभी छह जवान तुरंत मेदांता अस्पताल पहुंचे.
वहां दो जवानों को मलेरिया होने का पता चला, लेकिन चार अन्य जवान बलभद्र बिरुआ, निरंजन मुंडा, तिलकधारी सिंह और रामो बेसरा ने ब्लड डोनेट किया. इससे पहले भी जमशेदपुर के पत्रकार निरंजन की पत्नी को जब ओ-निगेटिव ब्लड की जरूरत पड़ी थी, तब जैप-छह के कमांडेंट ने ब्लड की व्यवस्था करायी थी. हालांकि उन्हें बचाया नहीं जा सका.
इस तरह शैलेंद्र वर्णवाल जरूरतमंद लोगों को ब्लड उपलब्ध कराने की लगातार कोशिश करते रहते हैं. वह कहते हैं कि उनके प्रयास से किसी की जान बच जाये, यह उनके लिए बड़ी बात है.