बुंडू एसडीपीओ और उनके बॉडीगार्ड के खिलाफ आक्रोशित हैं स्थानीय लोग
रांची : पुलिस हिरासत में नाबालिग रूपेश की मौत के मामले में स्थानीय लोग सबसे ज्यादा आक्रोशित बुंडू एसडीपीओ पवन कुमार और उनके बॉडीगार्ड रितेश कुमार और अमित कुमार के कारनामे से हैं. स्थानीय लोगों का आरोप है कि एसडीपीओ के दोनों बॉडीगार्ड इलाके में अवैध रूप से धमकी देकर लोगों से वसूली करते हैं. […]
रांची : पुलिस हिरासत में नाबालिग रूपेश की मौत के मामले में स्थानीय लोग सबसे ज्यादा आक्रोशित बुंडू एसडीपीओ पवन कुमार और उनके बॉडीगार्ड रितेश कुमार और अमित कुमार के कारनामे से हैं. स्थानीय लोगों का आरोप है कि एसडीपीओ के दोनों बॉडीगार्ड इलाके में अवैध रूप से धमकी देकर लोगों से वसूली करते हैं. किसी को भी बेवजह उठा कर ले जाते हैं और मारपीट करने के बाद उसे छोड़ देते हैं. दोनों के आंतक से युवक सबसे ज्यादा परेशान हैं.
स्थानीय लोगों का यह भी आरोप है कि एसडीपीओ दोनों के कारनामे से अवगत हैं, लेकिन उन्होंने अपने बॉडीगार्ड को गलत काम करने से कभी मना नहीं किया. स्थानीय कुछ युवकों ने डीआइजी, एसएसपी और ग्रामीण एसपी के सामने भी अपनी पीड़ा सुनायी. एक युवक ने डीआइजी को बताया कि बॉडीगार्ड हमें राह चलते उठा लेता था.
किसी को कभी घर से उठा लेता था. पुलिस ऐसे काम करती है. पुलिस पूछताछ के नाम पर किसी को भी उठा लेती है. अगर आप लोगों को पकड़ना है, तो उग्रवादी, नक्सली और अपराधी को क्यों नहीं पकड़ते. पुलिस के पास किसी को बेरहमी से पीटने का अधिकार है क्या. इस पर डीआइजी ने लोगों को आश्वासन दिया कि पूरे मामले की जांच होगी. जिस किसी पर भी आरोप सही पाया जायेगा, उस पर कार्रवाई की जायेगी.