इनामी नक्सली बड़ा विकास का समर्पण, 25 लाख का था इनाम

रांची : 25 लाख का इनामी नक्सली बड़ा विकास ने गुरुवार को पुलिस मुख्यालय में डीजीपी के समक्ष देसी राइफल के साथ सरेंडर कर दिया. वह बिहार-झारखंड उत्तरी छत्तीसगढ़ स्पेशल एरिया कमेटी का सदस्य था. सेंट्रल कमेटी के शीर्ष नक्सली अरविंद और सुधाकरण के बाद वह तीसरे स्थान पर था. 76 नक्सली घटनाओं में शामिल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 15, 2016 7:10 AM
रांची : 25 लाख का इनामी नक्सली बड़ा विकास ने गुरुवार को पुलिस मुख्यालय में डीजीपी के समक्ष देसी राइफल के साथ सरेंडर कर दिया. वह बिहार-झारखंड उत्तरी छत्तीसगढ़ स्पेशल एरिया कमेटी का सदस्य था.
सेंट्रल कमेटी के शीर्ष नक्सली अरविंद और सुधाकरण के बाद वह तीसरे स्थान पर था. 76 नक्सली घटनाओं में शामिल बड़ा विकास के खिलाफ लातेहार में 37, गढ़वा में 17 अौर छत्तीसगढ़ में 22 मामले दर्ज हैं. झारखंड सहित चार राज्यों की पुलिस को उसकी तलाश थी. उसे सरेंडर कराने में लातेहार एसपी अनूप बिरथरे ने अहम भूमिका निभायी.
25 लाख रुपये इनाम का चेक डीजीपी ने सौंपा : सरेंडर करने के बाद डीजीपी ने बड़ा विकास पर घोषित 25 लाख रुपये इनाम का चेक उसे सौंप दिया. इसके साथ सरेंडर करने के एवज में50 हजार अग्रिम आैर देसी राइफल के लिए अलग से 15 हजार प्रदान किये गये.
अॉपरेशन नयी िदशा के तहत िकया सरेंडर : इस मौके पर डीजीपी ने कहा कि ऑपरेशन नयी दिशा के तहत बड़ा विकास ने सरेंडर किया है. कोई भी नक्सली अगर मुख्य धारा में लौट आता है, तब उसे भी अपने परिवार के साथ जीने का पूरा अधिकार है. विकास अपने परिवार से करीब 15 साल दूर रहा है. वह अपने परिवार और बच्चों के साथ रह सके, इसलिए विकास के खिलाफ झारखंड में दर्ज मामलों को वापस लेने के लिए सरकार से अनुशंसा की जायेगी.
नक्सली सिद्धांत से भटक गये हैं : विकास
बड़ा विकास ने कहा कि झारखंड में नक्सलियों की स्थिति कमजोर हो गयी है. नक्सली सिद्धांत से भटक गये हैं.
इनाम की रािश बढ़ा कर पांच करोड़ की जायेगी
डीजीपी ने कहा नक्सलियों पर पहले से जारी इनाम को बढ़ाने का प्रभाव पड़ा है. पहले बड़े नक्सलियों के खिलाफ एक करोड़ का इनाम था, जिसे बढ़ा कर पांच करोड़ किया जायेगा. प्रस्ताव जल्द ही सरकार के पास भेजा जायेगा.
कौन है बड़ा विकास उर्फ बालेश्वर उरांव
बड़ा विकास उर्फ बालेश्वर उरांव उर्फ विनय विकास लातेहार जिले के मनिका थाना क्षेत्र के डोंकी गांव का रहनेवाला है.भाकपा माअोवादी संगठन का थिंक टैंक व अरविंद जी का दाहिना हाथ माना जाता है़ मनिका, बरवाडीह, छिपादोहर, गारू, बारेसांढ और महुआटांग इलाके में संगठन को मजबूत बनाने की जिम्मेवारी उसे दी गयी थी. वह इन इलाकों में होनेवाले विकास कार्यों से लेवी भी वसूलता था. लैंड माइंस, केन बम बनाने और पुलिस पार्टी पर हमला करने में उसे महारत हासिल थी.

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