विरोध के बीच तोड़े गये 150 मकान

सख्ती. हिनू में इंदिरा पैलेस के पीछे एजी की जमीन से हटाया गया अतिक्रमण रांची : हिनू स्थित इंदिरा पैलेस के पीछे एजी (महालेखाकार) की जमीन से रविवार को पुलिस और प्रशासन की मदद से अतिक्रमण हटाया गया. हालांकि, स्थानीय लोगों ने इसका विरोध भी किया, लेकिन उनकी एक नहीं सुनी गयी. अभियान के दौरान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 18, 2016 8:28 AM
सख्ती. हिनू में इंदिरा पैलेस के पीछे एजी की जमीन से हटाया गया अतिक्रमण
रांची : हिनू स्थित इंदिरा पैलेस के पीछे एजी (महालेखाकार) की जमीन से रविवार को पुलिस और प्रशासन की मदद से अतिक्रमण हटाया गया. हालांकि, स्थानीय लोगों ने इसका विरोध भी किया, लेकिन उनकी एक नहीं सुनी गयी. अभियान के दौरान जेसीबी की मदद से 150 से अधिक कच्चे-पक्के मकानों को तोड़ा गया. इसके अलावा आठ खटाल, कुछ दुकानें और ठेले-खोमचे भी तोड़ गये.
अभियान सुबह 11.00 बजे से शुरू हुआ, जो शाम 5.00 बजे तक चला. अतिक्रमण हटाने पहुंची टीम का नेतृत्व करने के लिए अनिल दुबे को मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात किया गया था. किसी तरह के विवाद और हंगामे की आशंका को देखते हुए बड़ी संख्या में सशस्त्र पुलिस बल के जवान भी तैनात किये गये थे. अनुमान है िक इससे करीब आठ सौ लाेग प्रभावित हुए हैं.
हफ्तेभर पहले ही दी जा चुकी थी चेतावनी : इंदिरा पैलेस के पीछे रहने वाले अधिकांश लोग दिहाड़ी मजदूरी का काम करते हैं और करीब 30 वर्षों से यहां रहते आ रहे हैं. महालेखाकार (एजी) कार्यालय की ओर से हफ्तेभर पहले ही यहां के लोगों नोटिस दिया जा चुका था. चेतावनी दी गयी थी कि हफ्तेभर के भीतर लोग अपने घर, दुकान, खटाल आदि हटा लें, वरना पुलिस-प्रशासन की मदद से बलपूर्वक अतिक्रमण हटाया जायेगा.
हाथ जोड़े, मिन्नतें की पर नहीं रुका जेसीबी
जैसे ही अतिक्रमण हटाने का अभियान शुरू हुआ बस्ती के लोगों ने विरोध शुरू कर दिया. लोगों ने टीम के अधिकारियों के सामने हाथ जोड़े, मिन्नतें भी कीं. यहां रहने वाली बबिता देवी ने कहा कि इस भरी बरसात में उनका आशियाना उजाड़ा जा रहा है. घर में कई लोग बीमार हैं. रहने का कोई ठिकाना नहीं है. आखिर वे कहां जायेंगे? वहीं, आर साहू ने कहा कि इस घर से कई यादें जुड़ी हुई है. यहीं बचपन बीता. सरकार गरीबों को रहने के लिए कहीं स्थान मुहैया कराये.
जमुनी देवी ने अधिकारियों के समक्ष हाथ जोड़ कर मिन्नत की. कहा घर में आठ सदस्य हैं. इस बरसात में कहां जाये? लोगों ने अधिकारियों से थोड़ी और मोहलत मांगी, लेकिन टीम के अधिकारियों ने कहा कि घर को अविलंब खाली करें, अन्यथा इसे जबरन तोड़ा जायेगा. इसके बाद लोगों ने एक-एक कर अपने घर का सामान निकालना शुरू किया. इसके बाद घरों को तोड़ने का कार्य शुरू किया गया.

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