राज्यपाल से उमेश कच्छप की पत्नी ने लगायी गुहार
रांची: धनबाद के तोपचांची थाना के पूर्व इंस्पेक्टर उमेश कच्छप की पत्नी चंद्रमुणी कच्छप ने राज्यपाल से मिल कर आवेदन दिया है. उन्होंने स्व उमेश कच्छप की मौत की जांच सीबीआइ या हाइकोर्ट के न्यायाधीश से कराने की मांग की है. साथ ही धनबाद के तत्कालीन एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा, बाघमारा के तत्कालीन एसडीपीओ मनजरुल […]
रांची: धनबाद के तोपचांची थाना के पूर्व इंस्पेक्टर उमेश कच्छप की पत्नी चंद्रमुणी कच्छप ने राज्यपाल से मिल कर आवेदन दिया है. उन्होंने स्व उमेश कच्छप की मौत की जांच सीबीआइ या हाइकोर्ट के न्यायाधीश से कराने की मांग की है. साथ ही धनबाद के तत्कालीन एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा, बाघमारा के तत्कालीन एसडीपीओ मनजरुल होदा, इंस्पेक्टर डीके मिश्रा और हरिहरपुर थाना के तत्कालीन प्रभारी संतोष रजक के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की है. राज्यपाल ने उनके आवेदन को सरकार के पास उचित कार्रवाई के लिए अग्रसारित कर दिया है.
चंद्रमुणी कच्छप ने राज्यपाल को दिये आवेदन में कहा है कि उनके पति द्वारा झूठी घटना को सही करार दिये जाने से इनकार करने पर उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया. साथ ही जाति सूचक शब्दों का प्रयोग किया गया और नौकरी से निकलवा देने की धमकी दी. एसएसपी के दवाब में राजगंज थाना क्षेत्र में हुई घटना के सिलसिले में तोपचांची थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी. चंद्रमुणी कच्छप के मुताबिक स्व उमेश कच्छप ने मरने से पहले उन्हें फोन किया था.
बताया था कि हरिहरपुर के थानेदार संतोष रजक, डीएसपी मनजरुल होदा ने चमड़ा ले जा रहे व्यापारी को पकड़ा था और संतोष रजक ने उस ट्रक ड्राइवर को गोली मार दी. जख्मी ड्राइवर को दुर्गापुर में इलाज हो रहा है. इस बीच संतोष रजक के लिखित आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज करने के मुझ पर दबाव दिया गया. उन्होंने यह भी बताया था कि वह छापामारी दल में शामिल नहीं थे. फिर भी उनके नाम को छापामार दल में शामिल किया गया.