वर्ष 2014 से उग्रवादी संगठन दे रहे घटनाओं को अंजाम, उग्रवादी संगठनों के लिए सेफ जोन बना ओरमांझी

रांची: ओरमांझी के इलाके में उग्रवादी संगठन आराम से लेवी वसूलने के लिए आते हैं. लेवी की रकम तय करने को लेकर बातचीत करते हैं. जो लेवी देने को तैयार हो जाते हैं, उनके ठिकाने पर हमला नहीं करते हैं, जो लोग लेवी नहीं देते हैं, उन पर हमला कर उग्रवादी आराम से निकल जाते […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 21, 2016 1:03 AM
रांची: ओरमांझी के इलाके में उग्रवादी संगठन आराम से लेवी वसूलने के लिए आते हैं. लेवी की रकम तय करने को लेकर बातचीत करते हैं. जो लेवी देने को तैयार हो जाते हैं, उनके ठिकाने पर हमला नहीं करते हैं, जो लोग लेवी नहीं देते हैं, उन पर हमला कर उग्रवादी आराम से निकल जाते हैं.
इलाके में उग्रवादी वर्ष 2014 से लगातार क्रशर संचालकों, ठेकेदार और दूसरे लोगों से लेवी की मांग करते रहे हैं. लेवी नहीं देने पर रात में हमला करते हैं और मारपीट के बाद आगजनी की घटना को अंजाम देते हैं. घटना को अंजाम देने के उग्रवादी रामगढ़ की ओर निकल जाते हैं. हमला के बाद क्रशर संचालक या ठेकेदार उग्रवादियों के डर से पुलिस को सूचना तक नहीं देते हैं. घटना के बाद इसकी शिकायत तक दर्ज नहीं कराते हैं.
17 की रात भी उग्रवादियों ने किया था हमला : ओरमांझी थाना क्षेत्र के खीराबेड़ा स्थित क्रशर पर 17 जुलाई की रात ही उग्रवादियों ने लेवी के लिए हमला किया था. लेकिन इस बात की सूचना किसी ने पुलिस को नहीं दी. इस वजह से उग्रवादी घटना को अंजाम देने के बाद वहां से आराम से निकल गये. सूचना मिलने पर 19 जुलाई को ओरमांझी थाना प्रभारी खुद अपने बयान पर केस दर्ज किया. बताया जाता है कि करीब दो माह पूर्व उग्रवादियों ने क्रसर संचालकों से लेवी की रकम बढ़ाने को कहा था. इसे लेकर उग्रवादियों ने बैठक भी बुलायी थी. कुछ क्रशर संचालकों से लेवी का रकम तय भी हो गयी थी, लेकिन कुछ से लेवी की रकम बढ़ाने को लेकर विवाद चल रहा था.
उग्रवादियों के डर से लोग नहीं देते हैं पुलिस को जानकारी
17 जुलाई 2016: ओरमांझी के खीराबेड़ा में क्रशर संचालकों द्वारा लेवी नहीं देने पर उग्रवादियों ने एक क्रशर के सामने खड़ी ट्रेक्टर को आग के हवाले कर दिया. वहीं दूसरे क्रशर के मैनेजर से लूटपाट की. लेकिन क्रशर संचालकों ने इस बात की सूचना पुलिस को नहीं दी. सूचना मिलने पर पुलिस ने खुद 19 जुलाई को केस दर्ज किया.
06 जून 2016: ओरमांझी थाना क्षेत्र के चेतनाबाड़ी रोड में बन रहे कस्तूरबागांधी बालिका विद्यालय का निर्माण कार्य टीएसपीसी के उग्रवादियों ने फायरिंग कर बंद करवा दिया. वहीं फायरिंग करने वाले एक क्रशर के बाहर भी फायरिंग की. इसके बाद कुरूम-गुरगाई रोड का निर्माण कार्य फायरिंग कर बंद करवा दिया. तब भी मामले की लिखित जानकारी पुलिस को नहीं दी गयी थी.
12 मई 2015: ओरमांझी थाना क्षेत्र के चेतनबाड़ी रोड स्थित क्रशरों में हमला कर वहां काम करने वाले मजदूरों के साथ उग्रवादियों ने मारपीट की थी. हमले के बाद मजदूरों का मोबाइल छीन कर उग्रवादी वहां से यह कहते हुए निकल गये कि जब तक क्रशर के संचालक हमसे बात नहीं करेंगे तब तक क्रशर बंद रहेगा.
15 मई 2015: ओरमांझी थाना क्षेत्र के मदरो- सुथरपुर रोड किनारे बन रहे रेलवे हॉल्ट का निर्माण कार्य टीएसपीसी के उग्रवादियों ने हमला कर बंद कर दिया था. जाते हुए उग्रवादियों ने वहां लेवी की मांग को लेकर फायरिंग भी की थी.
17 मई 2014: उग्रवादियों ने क्लासिक कोल कंपनी की जेसीबी मशीन को हेंदलबिली के सागरटोली में जला दिया था. घटना को अंजाम देने के बाद उग्रवादियों ने एक परचा छोड़ा था, जिसमें उग्रवादी भास्कर सिंह और उसका माेबाइल नंबर लिखा हुआ था.
16 जून 2014: कुच्चू- मंदरो रोड स्थित क्लासिक कोल कंपनी के बेस कैंप में उग्रवादियों ने हमला किया था. हमले के दौरान फायरिंग और मारपीट की गयी थी. जाते हुए उग्रवादियों ने एक परचा वहां छोड़ दिया था, जिसमें टीएसपीसी के उग्रवादी निर्भय का नाम और मोबाइल नंबर लिखा हुआ था.

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