रांची: उषा मार्टिन प्रबंधन व मजदूर यूनियन में दीर्घकालिक वेतन समझौता हुआ है. कंपनी प्रबंधन व मजदूरों की मान्यता प्राप्त यूनियन इंजीनियरिंग मजदूर सभा के बीच कई दौर की वार्ता के बाद समझौता हुआ है. अब कारखाना में कार्य करनेवाले मजदूरों के मासिक वेतन में 2500 रुपये तक की बढ़ोतरी होगी. इससे लाभान्वित मजदूरों को […]
रांची: उषा मार्टिन प्रबंधन व मजदूर यूनियन में दीर्घकालिक वेतन समझौता हुआ है. कंपनी प्रबंधन व मजदूरों की मान्यता प्राप्त यूनियन इंजीनियरिंग मजदूर सभा के बीच कई दौर की वार्ता के बाद समझौता हुआ है. अब कारखाना में कार्य करनेवाले मजदूरों के मासिक वेतन में 2500 रुपये तक की बढ़ोतरी होगी. इससे लाभान्वित मजदूरों को समझौता के पूर्व की अवधि का एरियर भुगतान किया जायेगा.
मजदूर यूनियन के प्रतिनिधियों का कहना है कि आज स्टील उद्योग के लिए यह सबसे बुरा समय है. स्टील का मूल्य निचले स्तर पर है. उषा मार्टिन के लाभ में लगातार गिरावट हो रही है. कंपनी की चालू कोल खदान ऑक्शन में सरकार को वापस हो गयी. इस विषम परिस्थिति में भी प्रबंधन ने मजदूर हित को सर्वोपरि रखा है. यह सराहनीय कदम है.
पिछली बार के दीर्घकालिक वेतन समझौता से इस बार वेतन में अधिक बढ़ोतरी होगी. प्रबंधन ने भी दीर्घकालिक वेतन समझौता होने पर संतोष जताया है. प्रबंधन का कहना है कि अब कारखाना के सभी मजदूर कंधा से कंधा मिला कर चलें तथा उत्पादन बढ़ाने व अौद्योगिक शांति को सुदृढ़ करने में अपना योगदान करें, ताकि इस कंपनी को शीर्ष पर पहुंचाया जा सके.
वेज रिवीजन पर प्रबंधन की अोर से एचआर के अध्यक्ष डीजे बसु, प्लांट प्रमुख आशुतोष दीक्षित, मैन्यूफैक्चरिंग हेड एसबीएन शर्मा, एचआर के वरीय उप महाप्रबंधक अमित रंजन सिन्हा तथा मजदूरों की अोर से यूनियन अध्यक्ष व रांची के सांसद रामटहल चौधरी, महामंत्री शंकर महतो, आरके मिश्रा, विश्वकर्मा महतो, बादल भूटकुमार, विष्णु महतो, बिगन महतो, सहजनाथ महतो व अन्य प्रतिनिधियों ने हस्ताक्षर किये.