शिक्षक दंपती से लूट

दुखद. मेकॉन कॉलोनी के पास बदमाशों ने दिया घटना को अंजाम रांची : रामगढ़ के शिक्षक दंपती मयंक वर्मा और रीता वर्मा से अपराधियों ने 26 जुलाई की सुबह मेकॉन कॉलाेनी के पास हथियार के बल पर मोबाइल और बैग लूट लिये. बैग में जेवरात सहित अन्य सामान थे. घटना के बाद मयंक वर्मा डोरंडा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 31, 2016 5:48 AM
दुखद. मेकॉन कॉलोनी के पास बदमाशों ने दिया घटना को अंजाम
रांची : रामगढ़ के शिक्षक दंपती मयंक वर्मा और रीता वर्मा से अपराधियों ने 26 जुलाई की सुबह मेकॉन कॉलाेनी के पास हथियार के बल पर मोबाइल और बैग लूट लिये. बैग में जेवरात सहित अन्य सामान थे. घटना के बाद मयंक वर्मा डोरंडा थाना पहुंचे. थाना में उन्हें सब इंस्पेक्टर पवन सिंह मिले. मयंक वर्मा के अनुरोध करने के बावजूद घटना स्थल पर पुलिस की टीम नहीं भेजी गयी. बाद में मामले में पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज करने में आनाकानी की.
किसी तरह मयंक वर्मा ने प्राथमिकी दर्ज करायी. इसके बाद वह वापस रामगढ़ लौट गये. दो दिन पहले अरगोड़ा थाना से मयंक वर्मा को फोन आया. तब उन्हें पता चला कि उनका बैग लूटपाट के बाद अपराधियों ने अरगोड़ा थाना क्षेत्र के अरविंदो अाश्रम के पास फेंक दिया था, लेकिन बैग में रखे कीमती सामान अपराधी अपने साथ ले भागे. बैग पीसीआर पांच की टीम ने बरामद किया था. बैग के साथ अपराधी द्वारा छोड़े गये एक टोपी और गमछा भी बरामद हुआ था.
सूचना मिलने पर मयंक वर्मा शुक्रवार को अरगोड़ा थाना पहुंचे. वहां से उन्हें और बरामद सामान को डोरंडा थाना भेज दिया गया. डोरंडा थाना ने उन्हें बरामद बैग वापस कर दिया. घटना में शामिल अपराधियों के बारे में सुराग मिल सके, इसके लिए जहां से सामान बरामद किया गया था, उस स्थान की जांच डॉग स्क्वायड से कराने का अनुरोध अरगोड़ा पुलिस ने डोरंडा पुलिस से किया.
घटना के बाद मयंक वर्मा ने जब डोरंडा पुलिस को डॉग स्क्वायड से जांच कराने का अनुरोध किया था, तब डोरंडा पुलिस ने मयंक वर्मा से कहा, अभी डॉग स्काॅवयड की टीम नहीं आ सकती है.
आप जाइए हमलोग देख लेंगे. मयंक वर्मा ने बताया कि मैं रामगढ़ स्थित श्रीगणपति स्कूल में प्राचार्य हूं, जबकि मेरी पत्नी रीता वर्मा रामगढ़ आर्मी पब्लिक स्कूल में शिक्षिका है. हम दोनों नागपुर से हटिया रेलवे स्टेशन अहले सुबह पहुंचे. वहां से ऑटो लेकर हम दोनों जाने लगे. बीच रास्ते में एक अन्य ने लिफ्ट लिया. मेकॉन कॉलोनी के समीप जैसे ही हम ऑटो से पहुंचे. ऑटो में सवार उस व्यक्ति ने ऑटो रुकवायी. ऑटो से थोड़ी दूरी पर एक बाइक पर सवार दो युवक खड़े थे. ऑटो में सवार व्यक्ति उनके पास गया.
बाद में तीनों आये और हमसे हथियार के बल पर लूटपाट की. उन्होंने कहा कि घटना के बाद जब मैं डोरंडा थाना पहुंचा, तब पुलिस ने मामले में कार्रवाई नहीं की. मयंक वर्मा का कहना है कि घटना के बाद जानकारी देने के बाद शुरू से पुलिस अपराधियों को पकड़ने में लापरवाही बरत रही है. अगर पुलिस ठीक से अनुसंधान करें, तब अपराधी पकड़े जा सकते हैं. मेरा सामान भी पुलिस बरामद कर सकती है. मुझे यह भी पता चला कि घटना में शामिल अपराधी स्थानीय हैं. इधर, मामले में डोरंडा पुलिस का कहना है कि अपराधियों की तलाश जारी है. पुलिस कार्रवाई कर रही है.

Next Article

Exit mobile version