यूपी के पूर्व गैंगस्टर विनीत सिंह ने दबवा दिया था वारंट
रांची: रांची पुलिस के दबाव में न्यायालय में सरेंडर करने वाले यूपी के पूर्व गैंगस्टर और एमएलसी रहे श्याम नारायण सिंह उर्फ विनीत सिंह के बारे में पुलिस को नयी जानकारी मिली है. पुलिस को पता चला है कि रांची न्यायालय से जारी प्रोडक्शन वारंट को विनीत सिंह ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए […]
रांची: रांची पुलिस के दबाव में न्यायालय में सरेंडर करने वाले यूपी के पूर्व गैंगस्टर और एमएलसी रहे श्याम नारायण सिंह उर्फ विनीत सिंह के बारे में पुलिस को नयी जानकारी मिली है. पुलिस को पता चला है कि रांची न्यायालय से जारी प्रोडक्शन वारंट को विनीत सिंह ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए दबवा दिया था.
विनीत सिंह के खिलाफ न्यायालय से जारी प्रोडक्शन वारंट वाराणसी केंद्रीय कारा के अधीक्षक के पास नहीं पहुंचा था. इस वजह से रांची न्यायालय में उसे प्रस्तुत नहीं किया जा सकता था. लेकिन जारी प्रोडक्शन वारंट कहां दबा हुआ था? इसकी जानकारी पुलिस के पास नहीं है.
वर्ष 2003 में डोरंडा थाने में दर्ज हुआ था केस
हथियार के बल पर अपहरण के आरोप में डोरंडा थाने वर्ष 2003 में दर्ज एक मामले में पुलिस ने विनीत सिंह को आरोपी बनाया था. इस केस में विनीत सिंह के खिलाफ पुलिस ने न्यायालय में चार्जशीट भी दाखिल किया था. बाद में विनीत सिंह को यूपी के विभिन्न मामले में आरोपी होने की वजह से सीजीए वाराणसी के निर्देश दो सितंबर, 2003 को रांची जेल से वाराणसी केंद्रीय कारा में ट्रांसफर किया कर दिया था. आठ मई 2006 तक विनीत सिंह वाराणसी जेल से रांची न्यायालय में प्रस्तुत करने के लिए प्रोडक्शन वारंट जारी कर वाराणसी केंद्रीय कारा के अधीक्षक को भेज गया था. लेकिन विनीत सिंह वाराणसी जेल से ही 17 नवंबर, 2015 को मुक्त हो गया था.
जेल से निकलने के बाद राजनीति में आया विनीत
जेल से निकलने के बाद विनीत सिंह राजनीति में आया और बसपा का एमएलसी बना गया. लेकिन वर्तमान में वह एमएलसी के पद पर नहीं था. बाद में विनीत सिंह की पत्नी प्रमिला सिंह भी पंचायत मिर्जापुर की अध्यक्ष बन गयी. सरेंडर करने से पूर्व विनीत सिंह मिर्जापुर शहर में पंचायत अध्यक्ष के आवास में रहता था. कभी-कभी वह वाराणसी के चोलापुर स्थित अपने पैतृक गांव में भी आना-जाना करता था.