रांची में पढ़े मेजर जनरल आशीष बने लेफ्टिनेंट जनरल, मेक इन इंडिया-स्टार्ट अप इंडिया से नहीं बढ़ेगा देश
रांची: केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने दो सितंबर को आहूत हड़ताल को सफल बनाने का आह्वान किया है. रविवार को सीएमपीडीआइ सभागार में आयोजित राज्य स्तरीय कन्वेशन में यूनियनों ने आंदोलन की रणनीति बनायी. वक्ताओं ने कहा कि मेक इन इंडिया और स्टार्ट अप इंडिया से देश आगे नहीं बढ़नेवाला है. यहां किसान आत्महत्या कर रहे […]
रांची: केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने दो सितंबर को आहूत हड़ताल को सफल बनाने का आह्वान किया है. रविवार को सीएमपीडीआइ सभागार में आयोजित राज्य स्तरीय कन्वेशन में यूनियनों ने आंदोलन की रणनीति बनायी.
वक्ताओं ने कहा कि मेक इन इंडिया और स्टार्ट अप इंडिया से देश आगे नहीं बढ़नेवाला है. यहां किसान आत्महत्या कर रहे हैं. रोजगार घट रहा है. सरकार बड़े-बड़े नारा दे रही है. असल में केंद्र की मोदी सरकार मजदूर वर्ग को गुलाम बनाना चाह रही है. उद्यमियों के हितों में श्रम कानून में बदलाव कर रही है.
कन्वेंशन में ये थे मौजूद : कन्वेंशन में इंटक, एटक, सीटू, एचएमएस, एआइयूटीयूसी, अखिल भारतीय श्रमिक संघ के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया. इसके मुख्य प्रस्तावक एटक महासचिव पीके गांगुली थे. मौके पर रमेंद्र कुमार, डीडी रामानंदन, आरएस यादव, आरपी सिंह, सिद्धेश्वर सिंह, दिव्या, नीतू, राकेश्वर पांडेय, शुभेंदू सेन, लखन लाल महतो, ओम प्रकाश, अशोक यादव, सुधार दास, जगरनाथ उरांव, आरके तिवारी अादि ने विचार रखे.
परिवहन व्यवस्था कॉरपोरेट घरानों के हवाले
मजदूर नेताओं ने आरोप लगाया कि रोड सेफ्टी के नाम पर परिवहन व्यवस्था को कॉरपोरेट घरानों के हवाले कर दिया गया है. मजदूरों को सामाजिक सुरक्षा की स्कीमों से वंचित किया जा रहा है. मनरेगा, आइसीडीएस, एनएचएम, मिड डे मिल के बजट में भारी कटौती की गयी है. असंगठित क्षेत्र के कामगार और ठेका मजदूर न्यूनतम मजदूरी, सामाजिक सुरक्षा से वंचित हैं. कॉरपोरेट घरानों को टैक्स में छूट दी जा रही है. वक्ताओं ने कहा कि इस बार ऐतिहासिक बंद होगी.