जमीन पर गोतिया ने किया कब्जा, मार डाला मेरे भाई को
रांची: कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री सचिवालय में बुधवार को जनता दरबार का आयोजन किया गया. इस दौरान आरा नयाटोली, महिलौंग निवासी अंजलिना मिंज (अपनी मां दोरंदी मिंज के साथ आयी) ने कहा कि उसके गोतिया ने तीन एकड़ जमीन पर कब्जा कर लिया है. इसी जमीन के चक्कर में मेरे भाई को मार डाला. हम […]
रांची: कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री सचिवालय में बुधवार को जनता दरबार का आयोजन किया गया. इस दौरान आरा नयाटोली, महिलौंग निवासी अंजलिना मिंज (अपनी मां दोरंदी मिंज के साथ आयी) ने कहा कि उसके गोतिया ने तीन एकड़ जमीन पर कब्जा कर लिया है. इसी जमीन के चक्कर में मेरे भाई को मार डाला. हम लोगों को बेघर कर दिया है.
उन्होंने कहा कि सरकार उक्त जमीन ले ले. अंजलिना ने बताया कि पंच बंटवारे (पंचायत के फैसले) के बाद भी हिस्सा नहीं मिला है. भाई के हत्यारों पर भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. अब पीएलएफआइ के नाम पर उठा लेने की बात कही जा रही है. उक्त बातें कहते-कहते अंजलिना व उसकी मां रो पड़ीं. दोनों ने कहा कि पीएलएफआइ की चिट्ठी में पांच लाख रुपये की भी मांग की गयी है. मामला सुनने के बाद कृषि मंत्री रणधीर कुमार सिंह व स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने अंजलिना व उसकी मां को आश्वासन दिया कि उनकी जमीन वापस दिलायी जायेगी. दोनों नेताओं ने एसपी से बात भी की. जनता दरबार में कुल 94 मामले आये.
जमीन पर कर रखा कब्जा फरजी कागज बना बेच रहे
नामकुम की बंदनी देवी ने जिप सदस्य राजेश कच्छप व अन्य लोगों पर 12 साल से उनकी जमीन पर कब्जा करने का आरोप लगाया. कहा कि उनकी 14 एकड़ जमीन को फरजी कागज बना कर बेचा जा रहा है. उग्रवादी संगठन के लोग आकर जमीन छोड़ने को कह रहे हैं. मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने पूरे मामले की जांच के लिए एसपी, डीसी, एसडीओ और एसी की कमेटी बना दी है. इन्हें रिपोर्ट देने का निर्देश दिया़.
बाइक के लिए बेटी को जला कर मार डाला
गढ़वा की नीलम देवी व सिनेमा हॉल में काम करने वाले सुशील कुमार द्विवेदी ने ससुराल वालों पर बेटी को जला कर मार देने का आरोप लगाया. मंत्री को बताया कि ससुराल वाले मोटरसाइकिल की मांग करते थे. 2013 में मनीषकांत तिवारी से बेटी की शादी हुई थी. 2014 में यह घटना हुई. इस आरोप में दामाद जेल में है. उसके माता-पिता को पुलिस बचा रही है. मंत्री ने पूरे मामले की जांच के लिए एसपी को फोन किया.
उग्रवादियों ने मार डाला बेटे को, कोई सहारा नहीं
बेड़ो की सरस्वती देवी ने बताया कि बेटा प्रवीण भगत को 20 जनवरी 2015 को उग्रवादियों ने मार डाला. वह पुलिस का एसपीओ था. कुछ दिनों के लिए वह माओवादी बन गया था. उसने सरेंडर किया था. बेटे की हत्या के बाद न तो मुआवजा मिला न ही नौकरी मिली. पति भी छोड़ कर चला गया है. जीवन जीने का कोई सहारा नहीं है. मंत्री के पास प्रवीण के साथ मारे गये जुगनू पातर के भाई भी मुआवजा मांगने आये थे.