झारखंड पुलिस का कारनामा, अपराधी नहीं मिला, तो हमनाम के घर चिपका दिया इश्तेहार

रांची: सुखदेवनगर थाना की पुलिस ने बुधवार को सिविल कोर्ट के अधिवक्ता दीपक कुमार सिन्हा के अलकापुरी, धोबी घाट स्थित घर पर इश्तेहार चिपका दिया. इश्तेहार के मुताबिक रामगढ़ की गिद्दी पुलिस को दीपक कुमार सिन्हा उर्फ झब्बू की तलाश है. दीपक कुमार सिन्हा का कसूर बस इतना है कि उनका नाम हत्या के आरोपी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 4, 2016 1:42 AM
रांची: सुखदेवनगर थाना की पुलिस ने बुधवार को सिविल कोर्ट के अधिवक्ता दीपक कुमार सिन्हा के अलकापुरी, धोबी घाट स्थित घर पर इश्तेहार चिपका दिया. इश्तेहार के मुताबिक रामगढ़ की गिद्दी पुलिस को दीपक कुमार सिन्हा उर्फ झब्बू की तलाश है. दीपक कुमार सिन्हा का कसूर बस इतना है कि उनका नाम हत्या के आरोपी दीपक कुमार सिन्हा से मिलता है. श्री सिन्हा की उम्र करीब 45 वर्ष है. वह सिविल कोर्ट में वकालत करने के साथ-साथ क्रिकेट का कोचिंग सेंटर भी चलाते हैं. रांची जिला क्रिकेट टीम के मैनेजर भी रह चुके हैं. रांची में उनकी पहचान एक क्रिकेटर के रूप में ही है.
जानकारी के मुताबिक पुलिस को जिस आरोपी दीपक कुमार सिन्हा की तलाश है, वह कभी रातू रोड के अलकापुरी में ही कहीं रहता था. फिर मुहल्ला छोड़ कर चला गया. इसके बाद वर्ष 2006 से अधिवक्ता दीपक कुमार सिन्हा पुलिस की प्रताड़ना झेल रहे हैं. पुलिस उन मामलों में दीपक कुमार सिन्हा की तलाश करते उनके घर पहुंच जाती है, जिसके बारे में वह जानते ही नहीं है. पुलिस उनके साथ दुर्व्यवहार करती है. जब वह घर पर नहीं रहते हैं, तो पुलिस उनके परिवार के लोगों के साथ भी गाली-गलौज करती है और कहती है कि सरेंडर करवा दो. पुलिस के इस रवैये से दीपक इस कदर डरे हुए हैं कि वह अपने ही घर में नहीं रहना चाहते.
डीजीपी को भी बतायी हकीकत पर नहीं बनी बात
ऐसा नहीं है कि दीपक कुमार सिन्हा ने पूरे मामले की जानकारी पुलिस को नहीं दी है. 23 अप्रैल को उन्होंने पूरे मामले की जानकारी रांची के एसएसपी, सीआइडी के एसपी और बार काउंसिल को भी दी. इसके बाद भी 28 अप्रैल को सीआइडी के अधिकारी ने उन्हें फोन कर धमकी दी कि सरेंडर कर लो, नहीं तो फोर्स भेज कर उठा लूंगा. दो मई को सीआइडी से ही फोन करके मिल-जुल कर बात करने की बात कही. इसके बाद 13 मई को उन्होंने डीजीपी डीके पांडेय से भेंट कर उन्हें पूरे मामले की जानकारी दी. इन सबके बाद भी तीन अगस्त को पुलिस ने उनके घर पर दीपक कुमार सिन्हा के नाम का इश्तेहार चिपका दिया.

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