पुलिस कर रही व्यवसायी के परिवार की निगरानी

बिल्डर सह व्यवसायी दीपक भरथुआर से पीएलएफआइ के दिनेश गोप के नाम पर पांच करोड़ की लेवी मांगी गयी है. उनके परिवार के कुछ सदस्य अरगोड़ा थाना क्षेत्र में रहते हैं. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस सुरक्षा के दृष्टिकोण से परिवार के सदस्यों की निगरानी कर रही है. रांची : मामले की जानकारी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 8, 2016 8:32 AM
बिल्डर सह व्यवसायी दीपक भरथुआर से पीएलएफआइ के दिनेश गोप के नाम पर पांच करोड़ की लेवी मांगी गयी है. उनके परिवार के कुछ सदस्य अरगोड़ा थाना क्षेत्र में रहते हैं. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस सुरक्षा के दृष्टिकोण से परिवार के सदस्यों की निगरानी कर रही है.
रांची : मामले की जानकारी मिलने के बाद सीआइडी और स्पेशल ब्रांच के अधिकारी भी फोन करनेवाले के बारे में पता लगाने में जुट गये हैं. दीपक भरथुआर ने बताया कि वर्तमान में वह झारखंड से बाहर हैं. इसलिए उन्होंने मामले की जानकारी डीजीपी और अन्य पुलिस अधिकारियों को मेल भेज कर दी है. मामले को लेकर उन्होंने पुलिस अधिकारियों से फोन पर बात भी की है.
लेवी मांगनेवाले ने पहले विनोद सिंह के नाम पर दीपक भरथुआर के कर्मी को फोन किया था. फोन करनेवाले ने कर्मी को अपना नाम विनोद सिंह ने बताया था. उसने फोन पर कहा कि झारखंड में तुम्हारा बहुत काम चल रहा है.
जितने भी काम चल रहे हैं, उसका तीन प्रतिशत हमें लेवी के रूप में चाहिए. कर्मी से ्मामले की जानकारी दीपक भरथुआर को मिली. जिस नंबर से फोन आया था. उस मोबाइल नंबर पर दीपक भरथुआर ने फोन किया, तब किसी ने फोन रिसीव नहीं किया. बाद में उसी मोबाइल नंबर से दीपक भरथुआर के पास फोन आया. फोन करनेवाले ने खुद को पीएलएफआइ का दिनेश गोप बताते हुए दीपक भरथुआर से पांच करोड़ रुपये लेवी मांगी. लेवी की रकम चार दिनों के अंदर बताये गये पते पर पहुंचाने के लिए कहा.
अरगोड़ा थाना प्रभारी रतिभान सिंह ने रविवार को बताया कि अभी मामले में कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं करायी गयी है. मुझे फोन पर ही मामले की सूचना मिली हैं. पुलिस मामले की जांच कर रही है. इधर, मामले में पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जिस मोबाइल नंबर से फोन आया था, तकनीकी शाखा की मदद से सिम कार्ड धारक के नाम और पते के बारे में सत्यापन किया जा रहा है. अभी तक की जांच में यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि फोन करनेवाला पीएलएफआइ का उग्रवादी है या कोई दूसरा. पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है.

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