जागा प्रशासन, जगी पहाड़िया की उम्मीदें
बरहेट/बरहरवा: पहाड़ पर गुजर-बसर करने वाले पहाड़ के राजा पहाड़ियों ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि उनके गांव तक पहुंचने के लिए सड़क नहीं रहने के बावजूद इतनी संख्या में पदाधिकारी उनके घर तक दस्तक देंगे. प्रशासन के जगने से पहाड़ियों की उम्मीदें भी जग गयी है. तालझारी बीडीओ धीरज प्रकाश बोरिया, […]
बरहेट/बरहरवा: पहाड़ पर गुजर-बसर करने वाले पहाड़ के राजा पहाड़ियों ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि उनके गांव तक पहुंचने के लिए सड़क नहीं रहने के बावजूद इतनी संख्या में पदाधिकारी उनके घर तक दस्तक देंगे. प्रशासन के जगने से पहाड़ियों की उम्मीदें भी जग गयी है.
तालझारी बीडीओ धीरज प्रकाश बोरिया, बरहेट प्रखंड पार करते हुए करीब 60 किलोमीटर के लंबा सफर करने के बाद बरहेट शिवगादी मंदिर पहुंचे, जहां उनके साथ पदाधिकारियों की टीम एक घंटे तक पहाड़ों पर पैदल चलने के बाद देवाना गांव पहुंचे. पदाधिकारियों को देवाना पहाड़ गांव तक पहुंचने के लिये काफी मशक्कत करनी पड़ी. पथरीली राहों पर पदाधिकारियों की टीम ज्यों-ज्यों आगे बढ़ रही थी ग्रामीणों की उम्मीदें त्यों-त्यों जग रही थी.
साहब अब कोई नहीं खरीदता है लकड़ी : देवाना पहाड़ के सुरजा पहाड़िया, मैसा मालतो, सुक्रा मालतो सहित अन्य ने पदाधिकारियों से अपना दुखड़ा सुनाते हुए कहा कि जंगल की लकड़ी काट कर बरहेट बाजार में बेचने के लिये ले जाते हैं. मुश्किल से 60-70 रुपये ही मिलता है.
खुलेगा बैंक खाता : बीडीओ धीरज प्रकाश ने बताया कि देवाना पहाड़ पर करीब 45 परिवार हैं. इनकी आबादी 168 है. पहाड़िया लोगों को प्रत्येक घर में कम से कम एक बैंक खाता खोलने का निर्देश दिया गया है. ताकि सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे उनके बैंक खाते में दिया जा सके. उन्होंने ग्राहक सेवा केंद्र से संपर्क कर उक्त गांव में कैंप लगाकर खाता खोलने की बात कही.