झारखंड : ताला मरांडी का हटाया जाना तय, भंग हो सकती है भाजपा की नयी प्रदेश कार्यसमिति

रांची: भाजपा की नयी प्रदेश कार्यसमिति भंग हो सकती है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ताला मरांडी काे हटाया जाना भी लगभग तय माना जा रहा है. केंद्रीय नेतृत्व ने प्रदेश कार्यसमिति के गठन व सीएनटी-एसपीटी पर ताला मरांडी के बयान पर नाराजगी जतायी है. उन पर कार्रवाई का मन बना लिया है. इन विवादों के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 10, 2016 1:15 AM
रांची: भाजपा की नयी प्रदेश कार्यसमिति भंग हो सकती है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ताला मरांडी काे हटाया जाना भी लगभग तय माना जा रहा है. केंद्रीय नेतृत्व ने प्रदेश कार्यसमिति के गठन व सीएनटी-एसपीटी पर ताला मरांडी के बयान पर नाराजगी जतायी है. उन पर कार्रवाई का मन बना लिया है.

इन विवादों के बीच केंद्रीय नेतृत्व ने मंगलवार को मुख्यमंत्री रघुवर दास और ताला मरांडी को दिल्ली बुलाया. सीएम दिन में ही दिल्ली पहुंच गये. पार्टी के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री सौदान सिंह, प्रदेश प्रभारी त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सीएम के साथ बैठक कर पूरे मामले की जानकारी ली. वहीं, देर रात तक ताला मरांडी के दिल्ली पहुंचने की कोई सूचना नहीं थी. उनके पीए ने बताया कि ताला मरांडी सुबह में अपनी गाड़ी से दुमका से निकले और कोलकाता के रास्ते होते दिल्ली गये हैं. पर देर रात तक दिल्ली नहीं पहुंचे. केंद्रीय नेतृत्व उनका इंतजार करता रहा. सूत्रों के अनुसार, सीएम के साथ बैठक में केंद्रीय नेताओं ने ताला के बेटे की नाबालिग से शादी का मामला भी उठाया.

यशवंत व गणेश ने भी पद लेने से किया इनकार
पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा और गणेश मिश्रा ने भी भाजपा की नयी प्रदेश कमेटी में पद लेने से इनकार कर दिया है. नयी कमेटी में यशवंत सिन्हा को स्थायी आमंत्रित सदस्य बनाया गया था. वहीं, गणेश मिश्रा को प्रदेश प्रशिक्षण प्रमुख नियुक्त किया गया था. इससे पहले सोमवार को उपाध्यक्ष मीरा मुंडा, उपाध्यक्ष आदित्य साहु और महामंत्री अजय नाथ शाहदेव ने भी पद लेने से इनकार कर दिया था. यशवंत सिन्हा ने नयी कमेटी के विरोध में प्रदेश कार्यालय में आमरण अनशन पर बैठे कार्यकर्ताओं के समर्थन में पद नहीं लेने की घोषणा की. वहीं, गणेश मिश्रा ने प्रदेश अध्यक्ष ताला मरांडी को पत्र लिख कर पद ग्रहण करने में असमर्थता जतायी है.
अनशन कर रहे कार्यकर्ताओं को यशवंत का समर्थन
नयी कमेटी से नाराज कार्यकर्ता अमित सिंह, अभिषेक सिंह, राज श्रीवास्तव और राकेश चौधरी मंगलवार को दूसरे दिन भी प्रदेश कार्यालय में अनशन पर बैठे रहे. पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा मंगलवार को अनशन स्थल पर पहुंचे. लगभग 45 मिनट तक रुके. कार्यकर्ताओं से अनशन समाप्त करने का आग्रह किया. उन्होंने कार्यकर्ताओं के आग्रह पर अनशन कार्यक्रम को नैतिक समर्थन देने की बात कही. उन्होंने कहा : जब भी जरूरत पड़ेगी, मैं इनकी मदद को लेकर तैयार हूं.

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