काम हुआ, पर मजदूरों को नहीं मिली मजदूरी
रांची/तमाड़: जिला के अधिकारियों का दल शुक्रवार काे तमाड़ पहुंचा. अधिकारियों ने वहां चल रहे मनरेगा योजनाओं की जांच की. योजनाअों की भौतिक स्थिति का भी जायज लिया. योजनाओं पर खर्च राशि की जानकारी ली. जांच के क्रम में मनरेगा के तहत काम कर रहे मजदूरों की लंबित मजदूरी का मामला सामने आया. अधिकारियों ने […]
रांची/तमाड़: जिला के अधिकारियों का दल शुक्रवार काे तमाड़ पहुंचा. अधिकारियों ने वहां चल रहे मनरेगा योजनाओं की जांच की. योजनाअों की भौतिक स्थिति का भी जायज लिया. योजनाओं पर खर्च राशि की जानकारी ली. जांच के क्रम में मनरेगा के तहत काम कर रहे मजदूरों की लंबित मजदूरी का मामला सामने आया. अधिकारियों ने जब मजदूरों से बात की, तो पाया कि उन्हें ढाई माह से मजदूरी नहीं मिली है.
मापी में विलंब होने की वजह से मजदूरी लंबित है. जांच के दौरान पाया गया कि मनरेगा योजनाओं के रिकॉर्ड का संधारण नहीं हुआ है. मनरेगा का एमबी भी दर्ज नहीं है. एलआरडीसी अनवर हुसैन अंसारी ने तमाड़ पूर्वी में चल रही योजनाओं की जांच की. वहां उन्होंने पाया कि मनरेगा मजदूरों को आज तक मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया है. वहीं जिला समाज कल्याण पदाधिकारी संजीव कुमार लाल ने डिंबूजरदा पंचायत में योजनाओं की जांच की. उन्होंने पाया कि डोभा का कार्य पूरा हो चुका है पर मजदूरों को ढाई माह से मजदूरी नहीं मिली है.
जांच दल में शामिल थे
एसडीओ अाकांक्षा रंजन, एडीएम गिरिजा शंकर प्रसाद, एसओआर शशिभूषण मेहरा, एडीएम पूनम झा, एसएआर अनंत कुमार, प्रदीप कुमार, मधुमिता कुमारी, डीपीओ राजेश्वर नाथ, एनी रिंकू कुजूर, संजीव कुमार लाल, राकेश कुमार, स्वेता गुप्ता, सुषमा बड़ाइक, पायल राज, शैलेंद्र कुमार, महेंद्र प्रसाद, स्वेता वर्मा, प्रशिक्षु आइएएस अंजलि यादव, मनमोहन प्रसाद.