11 सैंपल की जांच, हरमू कॉलाेनी का पानी साफ

रांची: हरमू हाउसिंग कॉलोनी के इलाके का पानी अब धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है़ पहले हुई जांच में इसके पीएच की मात्रा 4 पायी थी, लेकिन फिर 13 अगस्त को लिये गये पानी के 11 सैंपल में किसी प्रकार की अशुद्धि नहीं पायी गयी है. इस भूगर्भ जल का सैंपल प्रभावित इलाके से 100 मीटर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 28, 2016 12:57 AM
रांची: हरमू हाउसिंग कॉलोनी के इलाके का पानी अब धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है़ पहले हुई जांच में इसके पीएच की मात्रा 4 पायी थी, लेकिन फिर 13 अगस्त को लिये गये पानी के 11 सैंपल में किसी प्रकार की अशुद्धि नहीं पायी गयी है. इस भूगर्भ जल का सैंपल प्रभावित इलाके से 100 मीटर दूर का लिया गया है. यह सैंपल पीएचइडी के अभियंताओं ने एकत्रित की थी. पानी के इस 11 सैंपल की जांच पीएचइडी के लैब से करायी गयी, जिसमें यह बात सामने आयी है. जांच रिपोर्ट में इस पानी का पीएच छह पाया गया है. वहीं आयरन की मात्रा भी साधारण ही पायी गयी है. हटिया प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता ने बताया कि यह पानी पीने योग्य है. आरओ से फिल्टर करके लोग इस पानी का सेवन कर सकते हैं.
40-50 रुपये जार पानी खरीद रहे हैं लोग
भूगर्भ जल के खराब होने की पुष्टि पर इस कॉलोनी के 80 प्रतिशत से अधिक घरों के लोग पीने के लिए जार का पानी खरीद रहे हैं. कई कंपनियों द्वारा यहां घरों तक पानी भी पहुंचाया जा रहा है. इसके एवज में प्रति जार 40-50 रुपये वसूले जा रहे हैं. एक घर में कम से कम प्रतिदिन दो से तीन जार पानी की खपत हो रही है. इस प्रकार प्रतिदिन 100-150 रुपये पानी पर ही खर्च हो रहा है.
लोग बोले, पाइपलाइन से पानी दे निगम
हाउसिंग कॉलोनी में रह रहे लोग नगर निगम से कॉलोनी में पाइपलाइन बिछाने की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि पाइपलाइन बिछाने पर ही इस कॉलोनी के लोगों को निर्बाध रूप से पानी मिल सकेगा. अगर यहां पाइपलाइन बिछ गयी, तो लोग भूगर्भ जल पर आश्रित नहीं रहेंगे. निगम की अभी की व्यवस्था से लोगों की पानी की कमी पूरी नहीं की जा सकती़
सिर्फ तीन-चार टैंकर ही पानी भेजता है निगम
हरमू हाउसिंग कॉलोनी के लोगों के लिए अब तक पेयजल के लिए कोई मुकम्मल वैकल्पिक व्यवस्था रांची नगर निगम द्वारा नहीं की गयी है. इस कॉलोनी में आज भी नगर निगम द्वारा सुबह में केवल तीन से चार टैंकर पानी ही भेजा जाता है. इस टैंकर के पानी से ही मोहल्ले के लोग पीने का पानी इकट्ठा करते हैं. कोई प्रॉपर समय नहीं होने के कारण मोहल्ले के बहुत सारे लोगों को यह पता भी नहीं चल पाता है कि कब निगम का टैंकर आया और कब चला गया. इधर, पानी के अम्लीय होने के पुष्टि पर पर इस कॉलोनी की अधिकतर लोग दहशत में हैं. उनका कहना है कि कहीं इस पानी के सेवन से किसी की जान न चली जाये.
दायरा जानने के लिए लिया गया सैंपल : पीएचइडी ने पानी का सैंपल यह जानने के लिए लिया था कि आखिर भूगर्भ जल का दायरा कितने क्षेत्रफल तक खराब हुआ है. पूर्व में जहां के पानी में पीएच की मात्रा कम पायी गयी थी, उससे 100 मीटर दूर के घरों से यह सैंपल लिया गया है़.

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