टीपीसी ने रैयत से मांगी 50 लाख रुपये की लेवी

मांडू : एनएच 33 के चौड़ीकरण में जोड़ाकरम गांव के कई रैयतों की भूमि अधिग्रहित की गयी है. इसके एवज में उन्हें सरकार की ओर से मुआवजा प्रदान किया गया है. अब इन रैयतों की मुआवजा राशि पर टीपीसी की नजर पड़ गयी है. शुक्रवार की रात आदिवासी बहुल गांव जोड़ाकरम के चटनिया टोला से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 29, 2016 5:55 AM
मांडू : एनएच 33 के चौड़ीकरण में जोड़ाकरम गांव के कई रैयतों की भूमि अधिग्रहित की गयी है. इसके एवज में उन्हें सरकार की ओर से मुआवजा प्रदान किया गया है. अब इन रैयतों की मुआवजा राशि पर टीपीसी की नजर पड़ गयी है.
शुक्रवार की रात आदिवासी बहुल गांव जोड़ाकरम के चटनिया टोला से टीपीसी के छह उग्रवादियों ने फीनीराम व उसके चचेरे भाई को उठा लिया. दोनों को जंगल में ले गये और उनसे 50 लाख रुपये लेवी की मांग की गयी. दोनों की पिटाई भी की गयी. इसके बाद उनसे 30 अगस्त तक सात लाख रुपये देने का जबरन एग्रीमेंट कराया गया. इसके बाद उन्हें छोड़ा गया. रविवार को दोनों मांडू थाना पहुंचे और आपबीती पुलिस को बता अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कराया.थाना प्रभारी लिलेश्वर महतो सदल बल घटनास्थल पर पहुंच स्थिति का जायजा लिया.
सूरज वर्णवाल को खोज रहे थे उग्रवादी : फीनी राम ने पुलिस को बताया कि सभी उग्रवादी मुआवजा घोटाला के मुख्य आरोपी सूरज वर्णवाल को भी खोज रहे थे. टीपीसी के सदस्य कह रहे थे कि भूमि अधिग्रहण के एवज में जिसे भी मुआवजा राशि मिली है, उसे लेवी देनी होगी. उग्रवादियों की इस धमकी से रैयतों में दहशत का माहौल है.

Next Article

Exit mobile version