वह मूल रूप से पश्चिम बंगाल बाकुड़ा के राजमेला का रहने वाला है, लेकिन वह वर्तमान में चुटिया थाना क्षेत्र के बगड़ू तालाब के पास रहता है. पुलिस के अनुसार वह रांची में रह कर काम करता था. गौतम मांझी कुछ दिन पहले खुद को एसीबी का इंस्पेक्टर बता कर होटल पहुंचा. होटल के कर्मियों पर धौंस जमाते हुए चुटिया थाना का नंबर मांगा. इसी दौरान उसने किसी तरह होटल के संचालक राज कुमार का मोबाइल नंबर ले लिया और कुछ देर बाद वह होटल से निकल गया.
बाद में वह राज कुमार को फोन कर 10 लाख रंगदारी मांगी. जब राजकुमार ने फोन करनेवाले से पूछा कि तुम कौन बोल रहे हो, तब उसने खुद को नक्सली संगठन का आदमी बताया. वह लगातार फोन कर राजकुमार से रुपये की मांग करता और नहीं देने पर जान से मारने की धमकी देता. होटल संचालक से घटना की सूचना मिलने पर एसएसपी कुलदीप द्विवेदी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए चुटिया थाना प्रभारी बीके भारती को कार्रवाई करने के लिए कहा. जिस मोबाइल नंबर से होटल संचालक को फोन किया जा रहा था, थाना प्रभारी ने उस नंबर का लोकेशन और कॉल डिटेल निकाला. इसके बाद पुलिस आरोपी तक पहुंची और उसे गिरफ्तार कर लिया.
गौतम मांझी ने पूछताछ में बताया कि वह रुपये कमाने के लिए रांची आया था. वह कई स्थानों में काम किया, लेकिन अधिक रुपये नहीं कमा सका. उसने सिर्फ कम समय में अधिक रुपये कमाने के लिए होटल संचालक से लेवी मांगी थी. पुलिस की पूछताछ गौतम मांझी से अन्य बिंदुओं पर जारी है.