अपर बाजार के व्यवसायी से भी मांग चुका है रंगदारी
नक्सली के नाम पर होटल संचालक से रंगदारी मांगनेवाला गिरफ्तार रांची : ओवर ब्रिज के समीप के होटल संचालक से नक्सली के नाम पर नौ लाख रुपये की रंगदारी मांगने के आरोपी गौतम मांझी को चुटिया पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. वह बंगाल के बांकुड़ा जिला के गंगाजल थाना क्षेत्र के राजामेला का निवासी […]
नक्सली के नाम पर होटल संचालक से रंगदारी मांगनेवाला गिरफ्तार
रांची : ओवर ब्रिज के समीप के होटल संचालक से नक्सली के नाम पर नौ लाख रुपये की रंगदारी मांगने के आरोपी गौतम मांझी को चुटिया पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. वह बंगाल के बांकुड़ा जिला के गंगाजल थाना क्षेत्र के राजामेला का निवासी है. इससे पहले भी वह चुटिया और अपर बाजार के दो व्यवसायियों से रंगदारी मांग चुका है. यह जानकारी सिटी एसपी किशोर कौशल ने समाहरणालय स्थित कार्यालय में रविवार को आयोजित प्रेस वार्ता में दी.
एसपी के मुताबिक गौतम ने पुलिस को बताया है कि चुटिया के व्यवसायी से उसने तीन लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी. वहीं, अपर बाजार के व्यवसायी से रंगदारी के लिए उसने फोन किया, लेकिन उस व्यवसायी ने पूरी बात सुने बिना फोन काट दिया और बाद में फोन बंद कर दिया था. अपर बाजार के व्यवसायी का दूसरा नंबर उसके पास नहीं था, इसलिए अपर बाजार के व्यवसायी को उसने दोबारा फाेन नहीं किया.
नौ लाख रंगदारी से 20 हजार पर उतर गया था : जब हाेटल संचालक ने गौतम मांझी से कहा कि वह गरीब आदमी है, नौ लाख रुपये रंगदारी नहीं दे पायेंगे. उसके बाद वह दो लाख पर उतर गया था.
मोल-तोल करने पर वह 20 हजार रुपये पर आ गया और रांची रेलवे स्टेशन के चार नंबर प्लेटफाॅर्म के दक्षिण पीपल के पेड़ के पास पैसे लेकर बुलाया. व्यवसायी सादे लिबास में उनके आसपास चल रहे पुलिस को सूचना देते हुए आगे बढ़े. बतायी गयी जगह पर पहुंच कर व्यवसायी ने रंगदारी मांगने वाले गौतम मांझी को फोन किया. जैसे ही उसने फोन रिसीव किया, पुलिस ने उसे पकड़ लिया.
पांच माह पहले किया था घपला, व्यवसायी ने हटाया : आरोपी ने 10 वर्षों तक चुटिया स्थित चूड़ी की होलसेल की दुकान में काम किया था. काफी कम उम्र से व्यवसायी के यहां काम करने कारण वह काफी विश्वासी हो गया था. उसे कैश का बहुत सा सारा काम व्यवसायी ने दिया था. लेकिन कुछ माह पूर्व अधिक पैसा कमाने की लालच में उसने घपला शुरू कर दिया. इसकी जानकारी व्यवसायी को हुई, तो उसे हटा दिया. हालांकि, उसके खिलाफ कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं करायी. व्यवसायी ने पुलिस को कहा कि वे आरोपी को परिवार के एक सदस्य तरह मानते हैं, इसलिए उसे जेल जाते नहीं देख सकते़
काम के दौरान जुटाये थे
व्यवसायियों के फोन नंबर : चूड़ी की हॉलसेल की दुकान में काम करने के दौरान ही गौतम ने राजधानी के अधिकतर सौंदर्य प्रसाधन व्यवसायियों के फोन नंबर जुटा लिये थे. यही वजह है कि उसने सौंदर्य प्रसाधन व्यवसायी को ही अपना निशाना बनाया और उन्हीं से रंगदारी मांगी. कई व्यवसायियों के दो-दो मोबाइल नंबर गौतम के पास थे.