”जियो मनरेगा” से शुरू हुई योजनाओं की मॉनिटरिंग
रांची. अब मनरेगा कार्यों को भी डिजिटलाइज कर दिया गया है. मनरेगा को जियो मनरेगा साॅफ्टवेयर से जोड़ दिया गया है. इसे टेस्टिंग के तौर पर शुरू कर दिया गया है. जल्द ही इसे पूर्ण रूप से शुरू कर दिया जायेगा. इससे मनरेगा की स्थिति क्या है, इस सॉफ्टवेयर के जरिये पता लगाया जा सकेगा. […]
रांची. अब मनरेगा कार्यों को भी डिजिटलाइज कर दिया गया है. मनरेगा को जियो मनरेगा साॅफ्टवेयर से जोड़ दिया गया है. इसे टेस्टिंग के तौर पर शुरू कर दिया गया है. जल्द ही इसे पूर्ण रूप से शुरू कर दिया जायेगा. इससे मनरेगा की स्थिति क्या है, इस सॉफ्टवेयर के जरिये पता लगाया जा सकेगा.
पहले चरण में 100 जिलों को शामिल किया गया है. इनमें रांची के अलावा बोकारो व गिरिडीह भी शामिल हैं. दूसरे चरण में देश के 528 जिलों में यह लागू किया जायेगा. इसरो कंपनी द्वारा भुवन मनरेगा नामक सॉफ्टवेयर तैयार कराया गया है. इसपर अपलोडिंग का कार्य एक सितंबर से शुरू हो चुका है.
रोजगार सेवकों की भूमिका महत्वपूर्ण : जियो मनरेगा में रोजगारसेवकों की भूमिका महत्वपूर्ण है. रोजगार सेवकों द्वारा ही मनरेगा कार्यों का पूर्ण विवरण उपलब्ध कराया जाना है. इसके लिए रोजगार सेवकों को टैब भी मुहैया कराया जा चुका है.
क्या है जियो मनरेगा : जियो मनरेगा गूगल मैप की तरह काम करेगा. जिस तरह से गूगल मैप के जरिये किसी स्थानको देख पायेंगे. उसी तरह जियो मनरेगा में भी मनरेगा द्वारा किये जा रहे कार्यों की स्थिति को हम जान पायेंगे. यह पूरी तरह से सेटेलाइट से नियंत्रित तो कर सकेंगे, इसमें मनरेगा द्वारा किये जा रहे कार्यों की तसवीर व पूर्ण विवरण एक क्लिक में देख पायेंगे.