अलगाववादियों का सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल से न मिलना अच्छी बात नहीं : अठावले
रांची: केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले ने आज यहां दो टूक शब्दों में कहा कि पाकिस्तान के इशारे पर कश्मीर नहीं चलेगा बल्कि कश्मीर चलेगा तो भारत के साथ चलेगा. साथ ही उन्होंने अलगाववादियों की आलोचना करते हुए कहा कि हाल ही में कश्मीर दौरे पर गये सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल से उनका […]
रांची: केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले ने आज यहां दो टूक शब्दों में कहा कि पाकिस्तान के इशारे पर कश्मीर नहीं चलेगा बल्कि कश्मीर चलेगा तो भारत के साथ चलेगा. साथ ही उन्होंने अलगाववादियों की आलोचना करते हुए कहा कि हाल ही में कश्मीर दौरे पर गये सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल से उनका मिलने से इनकार करना अच्छी बात नहीं है. झारखंड में ‘सुगम्य भारत अभियान’ का आज विभाग के केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत और मुख्यमंत्री रघुवर दास के साथ शुभारंभ करने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में अठावले ने यह बात कही.
उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान के इशारे पर कश्मीर नहीं चलेगा, बल्कि कश्मीर चलेगा भारत के साथ’ केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री ने कहा कि अंग्रेजों के खिलाफ लडाई से भारत आजाद हुआ और कश्मीर भारत का हिस्सा बना। लिहाजा कश्मीर के अलग होने का सवाल ही नहीं उठता है.अठावले ने कहा, ‘‘सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के साथ अलगाववादियों का मिलने से इनकार करना अच्छी बात नहीं है.’ यह पूछे जाने पर कि प्रतिनिधिमंडल के कुछ सदस्यों का अलग से अलगाववादियों के घर जाने का फैसला कितना उचित था,अठावले ने कहा, ‘‘सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के लोगों ने यदि उनकी भावना समझने की कोशिश की तो इसमें कोई बहुत गलत बात नहीं है.लेकिन अलगाववादियों का प्रतिनिधिमंडल के लोगों को बैरंग लौटा देना अच्छी बात नहीं है.’
भारतीय रिपब्लिकन पार्टी के मुखिया अठावले ने कहा कि भारत की एक भी राजनीतिक पार्टी आतंकवादी गतिविधियों का समर्थन नहीं करती है, ऐसे में कश्मीर को अलग करने की बात अगर कोई भी करेगा तो उसे कोई नहीं मानेगा.उन्होंने कहा कि कश्मीर में विकास और रोजगार की मांग की जा सकती है लेकिन उसे देश से अलग करने की बात कोई नहीं कर सकता है. उन्होंने आरोप लगाया कि पाकिस्तान जानबूझकर कश्मीर के नौजवानों को गुमराह कर आतंकवादी गतिविधियों में शामिल कर रहा है. उन्हें सेना और पुलिस के खिलाफ खडा किया जा रहा है. इस बारे में कश्मीर के लोगों को गंभीरता से विचार करना चाहिए. केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री अठावले ने कहा कि तमाम आतंकवादी गतिविधियों के बावजूद जब भी कश्मीर में चुनाव हुए हैं तो आम जनता ने 70 से 75 प्रतिशत तक भी मतदान किया है जिससे साबित होता है कि उनका भारतीय लोकतंत्र में पूर्ण विश्वास है.उन्होंने लोगों से अपील की कि वह देश की मुख्य धारा में रहकर जम्मू कश्मीर का विकास करें जिससे वहां के आम लोगों के जीवन में सुधार हो सके.