राज्य में खुले मोइनुद्दीन चिश्ती विवि

रांची: ऑल इंडिया उलेमा व मशाइख बोर्ड के संस्थापक अध्यक्ष सह सूफी फोरम के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना सैयद मो अशरफ कछौछवी ने राज्य सरकार से झारखंड में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती विश्वविद्यालय के गठन का आग्रह किया है. मुुसलमानों के लिए राज्य में गुणवत्ता युक्त शिक्षा के केंद्र खोलने की मांग की. उन्होंने कहा कि राज्य […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 8, 2016 12:54 AM

रांची: ऑल इंडिया उलेमा व मशाइख बोर्ड के संस्थापक अध्यक्ष सह सूफी फोरम के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना सैयद मो अशरफ कछौछवी ने राज्य सरकार से झारखंड में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती विश्वविद्यालय के गठन का आग्रह किया है. मुुसलमानों के लिए राज्य में गुणवत्ता युक्त शिक्षा के केंद्र खोलने की मांग की. उन्होंने कहा कि राज्य के स्कूल और काॅलेजों में सूफीवाद की पढ़ाई भी हो. क्योंकि सूफीवाद से ही आतंकवादी घटनाओं को रोका जा सकता है. मौलाना किछौछवी बुधवार को रांची के बीएनआर होटल में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे.

उन्होंने मुसलिम समाज से भी आग्रह किया है कि वे अपनी बातों को मजबूती से सरकार के पास रखें. नकारात्मक चीजों को दूर करें. मैं भी फोरम की तरफ से समय-समय पर समुदाय की समस्याओं को रख रहा हूं. उन्होंने कहा कि मुसलिम समाज में साक्षरता दर बढ़ाने की जरूरत है. इसके लिए आधी रोटी खायेंगे, बच्चों को पढ़ायेंगे का नारा जरूरी है. साक्षरता से ही मुसलिम कौम की समस्याओं का निराकरण संभव है.

मौलाना ने कहा कि इसलाम के नाम पर गैर इसलामिक कार्य हो रहे हैं. इसलाम वो है, जो कुरान कहता है, नबी कहता है. कुरान और हदीस के अलावा कोई अन्य कार्य इसलामिक नहीं है. इसलाम को लेकर हो रही हत्याएं सही नहीं हैं, क्योंकि एक मुसलमान ही मुसलमान को इसलाम के नाम पर मार रहा है.

उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया की इनसानियत का ख्याल रखने की जरूरत है. जिसकी जुबान से उसका पड़ोसी महफूज (सुरक्षित) नहीं है, वह इसलाम के विरुद्ध है. उन्होंने यह भी कहा कि इसलाम के नाम पर आतंक फैलानेवाले इसलामिक नहीं हैं. उन्होंने कहा कि गो हत्या पर रोक लगाये जाने संबंधी बयान एक इश्यू है. पर कुछ लोग कानून को अपने हाथों में लेकर गलत कर रहे हैं. इनसानियत का गला घोंट रहे हैं, जो गलत है. देश के विभिन्न हिस्सों में हो रही गो हत्या से संबंधित हिंसक घटनाओं पर रोक लगना जरूरी है. यह तभी हो सकता है, जब इस पर पूरी तरह पाबंदी लगे. उन्होंने कहा कि खामोशी बरतने से कुछ नहीं होनेवाला है. गो हत्या को लेकर दो समुदाय के बीच बढ़ती दूरी इससे समाप्त हो सकती है. उन्होंने कहा कि देश की 125 करोड़ की आबादी में से मुसलमान किसी की सरकार में भी सुरक्षित नहीं रहे हैं. उन्होंने कहा कि गंगा-जमुनी तहजीब कायम होने के लिए मुसलमानों को आगे आना होगा. अल्पसंख्यक समाज कितना सुरक्षित है, इसकी विवेचना करने की जरूरत है. मौके पर मो फसीह अहमद समेत कई लोग मौजूद थे.

रिसालदार बाबा की मजार पर चादरपोशी की

सूफी फोरम के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद मो अशरफ मियां कछौछवी ने बुधवार को दो बजे डोरंडा स्थित रिसालदार बाबा की मजार पर चादरपोशी की़ इस मौके पर उन्होंने पूरे देश, झारखंड, दरगाह ट्रस्ट और मुसलमानों की खुशहाली व तरक्की के लिए दुआ की़ इस अवसर पर सैयद फसी अहमद, डॉ परवेज असन, अनीस हैदर, मौलाना कुतुबुद्दीन रिजवी, डॉ शहनवाज कुरैशी, सैयर अमजद अली, लाडले खान, नसीम गद्दी, मुमताज गद्दी, सरफराज गद्दी, मो इरफान, मो आरफीन, मो सरफराज आदि लोग मौजूद थे.

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