वह चर्च रोड के एक प्रसिद्ध होटल में ठहरी हुई थी और कुछ युवकों को बीएसएफ और सीआरपीएफ में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का प्रयास कर रही थी़ पुलिस को गुप्त सूचना मिली, उसी आधार पर पुलिस ने छापामारी कर उसे गिरफ्तार किया़.
उसने पुुलिस को भी असिस्टेंट कमांडेंट होने का झांसा दिया, लेकिन बीएसएफ असिस्टेंट कमांडेंट का कोई आइडी उसने नहीं दिखाया़ उसके पास एक फर्जी आइडी और एक आधार कार्ड मिला़ पुलिस ने जब जांच की, तो पता चला कि वह ठगी करने के लिए रांची आयी थी़ इस संबंध में लोअर बाजार के पुलिसकर्मी मोहन कुमार के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है़