पहल: महिलाओं के लिए वन स्टॉप हेल्प सेंटर, एक ही छत के नीचे सभी समस्याओं का समाधान
रांची : घरेलू प्रताड़ना या किसी अन्य तरह की शारीरिक हिंसा तथा मानसिक प्रताड़ना से पीड़ित महिलाओं के लिए राहत भरी खबर है. ऐसी महिला सास, बहू या कोई अौर हो सकती है. राज्य सरकार ने पीड़ित महिलाओं को संबल, सहारा व सहायता देने के लिए वन स्टॉप हेल्प सेंटर की स्थापना का निर्णय लिया […]
केंद्र प्रायोजित इस योजना के तहत यह सेंटर रांची, जमशेदपुर व धनबाद में खोले जायेंगे. कोई भी पीड़ित महिला इस केंद्र में आ सकती है. उसे वहां मेडिकल, लीगल व जेनरल काउंसलिंग की सुविधा नि:शुल्क उपलब्ध करायी जायेगी. यही नहीं यह केंद्र शॉर्ट स्टे होम की तरह भी कार्य करेगा. यानी विषम परिस्थिति से निकली कोई महिला यहां रह भी सकती है. उन्हें सड़क, रेलवे स्टेशन या कहीं अौर नहीं भटकना पड़ेगा. अधिकतम पांच दिनों तक प्रवास की सुविधा यहां मिलेगी.
विशेष परिस्थिति में यदि जरूरत हो, तो यह समय सीमा बढ़ायी भी जा सकती है. सभी शहरों के वन स्टॉप सहायता केंद्र शहर के सभी थानों से लिंक होंगे. यदि कोई महिला अपने संबंधित थाने को फोन करेगी, तो वहां की पुलिस भी उसकी सहायता करेगी. केंद्र सरकार ने निर्देश दिया है कि वुमेन हेल्प सेंटर किसी मेडिकल इंस्टीट्यूट में ही खोले जायें.
इसलिए रांची का केंद्र रिनपास कांके में खुल रहा है. पर जमशेदपुर व धनबाद में सेंटर के लिए जगह संबंधित जिला पुनर्वास केंद्र में मिली है. इधर, समाज कल्याण विभाग ने दुमका में भी ऐसे एक हेल्प सेंटर का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा है. मंजूरी मिली, तो राज्य में कुल चार केंद्र खुलेंगे. रांची केंद्र की शुरुआत सितंबर माह के अंत तक हो सकती है. इस केंद्र के लिए तीन लोगों की टीम बनी है, जो प्रशिक्षण के लिए अगले एक-दो दिनों में दिल्ली जायेगी.