साइबर फ्रॉड मामला, आरोपी ने कहा मुझे किया गया प्रताड़ित, नौकरी से हटाने की धमकी दी जाती थी
रांची: अडानी पावर लिमिटेड के एसोसिएट वाइस प्रेसिडेंट राजीव कुमार का ई-मेल एकाउंट हैक करने के आरोप में गिरफ्तार कंपनी के कर्मी पंकज पाठक को पुलिस ने शुक्रवार को अदालत में पेश किया. अदालत ने उसे 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. पंकज ने पूछताछ में पुलिस को बताया है कि […]
रांची: अडानी पावर लिमिटेड के एसोसिएट वाइस प्रेसिडेंट राजीव कुमार का ई-मेल एकाउंट हैक करने के आरोप में गिरफ्तार कंपनी के कर्मी पंकज पाठक को पुलिस ने शुक्रवार को अदालत में पेश किया. अदालत ने उसे 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. पंकज ने पूछताछ में पुलिस को बताया है कि राजीव कुमार उसे नौकरी से हटवाना चाहते थे. वह इसकी धमकी देते थे. देर रात दो-तीन बजे तक काम करवाकर मुझे प्रताड़ित करते थे. पंकज ने पुलिस को बताया है कि वह कंपनी का काम करने के नाते राजीव कुमार का ईमेल चेक करता था, लेकिन बाद में उन्होंने अपना पासवर्ड बदल लिया था.
इस वजह से मुझे यह पता नहीं था कि राजीव कुमार अब क्या कर रहे हैं. मैं यह जानना चाहता था कि राजीव कुमार क्या साजिश कर रहे हैं. इसलिए उनकी बेटी के नाम पर एक एकाउंट खोल लिया और उसमें अपना मोबाइल नंबर टैग कर दिया, ताकि मुझे यह जानकारी मिल सके कि राजीव कुमार क्या कर रहे हैं. पंकज ने अपने बयान में कहा है कि उसने कंपनी का कोई दस्तावेज राजीव कुमार के मेल से निकाल कर हेराफेरी नहीं की है, न ही उसके द्वारा किसी तरह का दस्तावेज किसी को दिया गया है.
झूठे केस में फंसाया गया
इधर, पुलिस हिरासत में न्यायालय में पेश होने से पहले पंकज ने पत्रकारों को बताया कि राजीव कुमार के साथ मिल कर गड़बड़ी करने में कई बड़े लोग शामिल हैं. क्या गड़बड़ी हुई है और कौन बड़े लोग उनके साथ शामिल हैं, उनके नाम का खुलासा वह नहीं कर सकता. जेल जाने से पहले न्यायालय परिसर में पंकज ने बताया कि मुझे झूठे आरोप में फंसाया गया है. मैं कोई साइबर एक्सपर्ट नहीं हूं, जो किसी का ई-मेल एकाउंट हैक कर लूंगा. राजीव कुमार ने मेरे खिलाफ लालपुर थाने में झूठा केस दर्ज कराया था.