बादशाह गिरोह के सरगना सहित दो अपराधी गिरफ्तार

रांची: रांची पुलिस की टीम ने बादशाह गिरोह के सरगना कर्रा निवासी जितेंद्र कुमार महतो और विजय गोप को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने दोनों को धुर्वा डैम के किनारे से मंगलवार को गिरफ्तार किया. उनकी योजना नगड़ी के जमीन कारोबारी गुड्डू अंसारी, बजरंग महतो और टाटीसिलवे के समीर सहित अन्य लोगों की हत्या करने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 21, 2016 7:36 AM
रांची: रांची पुलिस की टीम ने बादशाह गिरोह के सरगना कर्रा निवासी जितेंद्र कुमार महतो और विजय गोप को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने दोनों को धुर्वा डैम के किनारे से मंगलवार को गिरफ्तार किया. उनकी योजना नगड़ी के जमीन कारोबारी गुड्डू अंसारी, बजरंग महतो और टाटीसिलवे के समीर सहित अन्य लोगों की हत्या करने की थी. हत्या कर वे रांची के आसपास के क्षेत्र में बादशाह गिरोह के नाम पर दहशत कायम कर रंगदारी वसूल करना चाहते थे. दोनों पूर्व में उग्रवादी संगठन पीएलएफआइ के लिए काम कर चुके हैं.

दोनों ने नगड़ी थाना में हुए पीएलएफआइ के पूर्व उग्रवादी अर्जुन ठाकुर हत्याकांड में भी संलिप्तता स्वीकार कर ली है. पुलिस ने दोनों के पास से एक देसी पिस्टल, दो गोली और बादशाह गिरोह का पांच सादे परचे बरामद किया है. पूछताछ में दोनों ने गिरोह में शामिल अन्य सदस्य प्रेम बारला, विजय गोप, रवि महतो, लक्ष्मण और अर्जुन उरांव के बारे जानकारी दी है. जिनके तलाश में पुलिस की छापेमारी जारी है.


यह जानकारी मंगलवार की शाम पांच बजे अपने कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में एसएसपी कुलदीप द्विवेदी ने दी. एसएसपी ने बताया कि अर्जुन ठाकुर की हत्या को लेकर नगड़ी थाना में तीन अगस्त को केस दर्ज हुआ था. हत्या की जिम्मेवारी बादशाह गिरोह के सदस्यों ने लेते हुए एक परचा भी छोड़ा था. हत्याकांड में शामिल गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए डीएसपी मुख्यालय संदीप कुमार गुप्ता के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया था. टीम में धुर्वा थाना प्रभारी सुबोध श्रीवास्तव, थाना प्रभारी बेड़ो बिंदेश्वरी दास और थाना प्रभारी नगड़ी अजय कुमार सिंह को शामिल किया गया था. टीम में शामिल सदस्यों ने छापेमारी कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया. एसएसपी ने बताया कि अर्जुन ठाकुर से गिरोह के लोगों की दुश्मनी रंगदारी वसूलने के विवाद को लेकर चल रही थी. इसलिए बादशाह गिरोह के सदस्यों ने उसकी हत्या कर दी थी. बादशाह गिरोह का सरगना जितेंद्र महतो कर्रा, इटकी, बेड़ो, धुर्वा सहित अन्य इलाके मेें गिरोह का वर्चस्व स्थापित करना चाहता था. दोनों के खिलाफ पहले से कर्रा थाने में मामला दर्ज है.
गैंगवार की आशंका
एसएसपी ने बताया कि जितेंद्र और विजय गोप पूर्व में उग्रवादी संगठन पीएलएफआइ में काम कर चुके हैं, लेकिन वे वर्तमान में पीएलएफआइ संगठन से अलग होकर बादशाह गिरोह बना चुके हैं. जिस कारण दोनों संगठन के बीच आपसी मेतभेद हो सकता है. दोनों संगठन के बीच गैंगवार की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है.

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