कर्मचारियों ने विवि में दिया धरना, कुलपति से हुई वार्ता 27 से अवकाश पर जाने की चेतावनी

रांची: रांची विवि अंतर्गत 15 अंगीभूत कॉलेजों के शिक्षकेतर कर्मचारियों ने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को सामूहिक अवकाश पर रहते हुए विवि मुख्यालय में धरना दिया. विवि प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन व नारेबाजी की. दोपहर दो बजे तक विवि के किसी अधिकारी ने उनकी सुधि नहीं ली. इससे नाराज कर्मचारियों ने 27 सितंबर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 24, 2016 12:47 AM

रांची: रांची विवि अंतर्गत 15 अंगीभूत कॉलेजों के शिक्षकेतर कर्मचारियों ने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को सामूहिक अवकाश पर रहते हुए विवि मुख्यालय में धरना दिया. विवि प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन व नारेबाजी की. दोपहर दो बजे तक विवि के किसी अधिकारी ने उनकी सुधि नहीं ली. इससे नाराज कर्मचारियों ने 27 सितंबर से सामूहिक अवकाश पर रहने तथा कर्मचारी नेता पवन जेडिया ने कुलपति कार्यालय के समक्ष 27 सितंबर से ही भूख हड़ताल करने की घोषणा कर दी. इसके बाद दोपहर 2.15 बजे कुलपति ने कर्मचारियों को वार्ता के लिए बुलाया. वार्ता के दौरान कर्मचारी संघ के संयोजक सुदर्शन पांडेय ने कहा कि 14 मार्च 2016 को विवि के कुलपति व अधिकारियों के साथ कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर वार्ता हुई थी.

तत्काल समाधान की बात कही गयी थी, लेकिन अब तक मामला जस का तस है. कुलपति ने विवि रजिस्ट्रार व डिप्टी रजिस्ट्रार सह वित्त पदाधिकारी को बुला कर जानना चाहा कि आखिर किन परिस्थिति में समस्याओं का समाधान नहीं हो सका है. कुलपति ने कर्मचारियों को आश्वस्त किया कि छठे वेतनमान के तहत कितना भुगतान होगा, इसका आकलन 24 सितंबर तक कर लिया जायेगा.

साथ ही कर्मचारियों की प्रोन्नति का मामला भी कल सलटा लिया जायेगा. कुलपति ने आश्वासन दिया कि उनकी जितनी भी समस्याएं हैं, उस पर 24 सितंबर तक सकारात्मक निर्णय ले लिया जायेगा. उन्होंने कर्मचारी नेता सुदर्शन पांडेय व पवन जेडिया को पुन: वार्ता के लिए अपने कक्ष में बुलाया. कुलपति के आश्वासन के बाद कर्मचारियों ने धरना-प्रदर्शन समाप्त कर दिया, लेकिन चेतावनी दी कि 24 सितंबर को काम नहीं बना, तो 27 सितंबर से सभी कर्मचारी सामूहिक अवकाश पर चले जायेंगे, जबकि पवन जेडिया भूख हड़ताल पर बैठ जायेंगे. कार्यक्रम में मनोज कुमार, इंदनाथ भगत, अभिराम सिंह, अवधेश, शैलेंद्र पाठक, रोहतास सिंह, भूपेंद्र यादव, सुनील कुमार, केएन भगत, अरविंद सिंह, शिव गोपाल, अनिल सिंह आदि शामिल थे.

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