संत जेवियर कॉलेज: सेमिनार में पद्मश्री सिमोन उरांव ने कहा, हर किसान को मिले पद्मश्री

रांची: पद्मश्री सिमोन उरांव ने कहा कि किसानों के लिए पानी व जमीन ही पद्मश्री है़ दुनिया के किसी भी देश में अन्न का कारखाना नही़ं किसान ही अन्न का कारखाना है, इसलिए हर किसान को पद्मश्री मिलना चाहिए़ वह शनिवार को संत जेवियर्स कॉलेज में ‘इंटिग्रेटिंग डेवपलमेंट, इनवायरमेंट कंसर्न एंड सोशल चेंज’ विषय पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 25, 2016 2:01 AM
रांची: पद्मश्री सिमोन उरांव ने कहा कि किसानों के लिए पानी व जमीन ही पद्मश्री है़ दुनिया के किसी भी देश में अन्न का कारखाना नही़ं किसान ही अन्न का कारखाना है, इसलिए हर किसान को पद्मश्री मिलना चाहिए़ वह शनिवार को संत जेवियर्स कॉलेज में ‘इंटिग्रेटिंग डेवपलमेंट, इनवायरमेंट कंसर्न एंड सोशल चेंज’ विषय पर आयोजित राष्ट्रीय सेमिनार के समापन के मौके पर बोल रहे थे़.
यह आयोजन संत जेवियर्स कॉलेज के स्नातकोत्तर भूगोल विभाग द्वारा यूजीसी के सहयोग से 23 व 24 सितंबर को किया गया़ जेएनयू के प्रो सच्चिदानंद सिन्हा ने कहा कि संसाधनों पर जिसका हक है, उसका ही रहना चाहिए़ मनुष्य पहले सृष्टि का रखवाला था, पर इसे कॉरपोरेट जगत ने भक्षक बना दिया है़.

हमें उपभोग आधारित विकास के मॉडल से बाहर निकलना होगा़ हमें हमारे संसाधनों के साथ छोड़ दिया जाये, क्योंकि हमें जीना आता है़ फादर निकोलस टेटे ने कहा कि ईश्वर ने हमें इतना दिया है, पर क्या हम इन संसाधनों का प्रयाेग मानवता के कल्याण के लिए कर रहे हैं? आने वाली पीढ़ी के लिए हम क्या शुद्ध जल, शुद्ध वायु, प्राकृतिक संसाधन जैसी चीजें छोड़ जायेंगे? इस विषय पर गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है़ उप प्राचार्य फादर नाबोर लकड़ा ने कहा कि सेमिनार में टिकाऊ विकास, लोग-संसाधन- विकास, सामाजिक बदलाव और ग्रामीण से शहरी भारत जैसे विषयों पर चर्चा हुई है़ संयोजक डाॅ शिव कुमार ने कहा कि हमें उस धरती के लिए काम करने की जरूरत है, जिसे हमने विकृत कर दिया है़ कार्यक्रम का संचालन प्रो कमल कुमार बोस ने किया़ इस अवसर पर फादर हेनरी बारला, संदीप चंद्रा समेत काफी संख्या में लोग मौजूद थे़

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