मूल दस्तावेज में छेड़छाड़ कर बेची जा रही है जमीन : महेश

नगड़ी में आदिवासी भुइंहरी जमीन के दस्तावेज में हेराफेरी कर जमीन हड़पने व मनोज मुंडा की हत्या के विरोध में धरना-प्रदर्शन पिस्कानगड़ी : पुंदाग मौजा अंतर्गत आदिवासी भुइंहरी जमीन के दस्तावेज में हेराफेरी कर जमीन हड़पने व पुंदाग निवासी मनोज मुंडा की हत्या के विरोध में झारखंड राज्य निर्माण कामगार यूनियन द्वारा मंगलवार को नगड़ी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 28, 2016 5:06 AM
नगड़ी में आदिवासी भुइंहरी जमीन के दस्तावेज में हेराफेरी कर जमीन हड़पने व मनोज मुंडा की हत्या के विरोध में धरना-प्रदर्शन
पिस्कानगड़ी : पुंदाग मौजा अंतर्गत आदिवासी भुइंहरी जमीन के दस्तावेज में हेराफेरी कर जमीन हड़पने व पुंदाग निवासी मनोज मुंडा की हत्या के विरोध में झारखंड राज्य निर्माण कामगार यूनियन द्वारा मंगलवार को नगड़ी प्रखंड मुख्यालय के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया गया. धरना में यूनियन के सचिव महेश मुंडा ने कहा कि नगड़ी अंचल जमीन दलालों का अड्डा बन गया है.
यहां के कर्मचारियों की मिलीभगत से मूल दस्तावेज के साथ छेड़छाड़ कर आदिवासी जमीन को जेनरल जमीन बना कर अवैध तरीके से खरीद-बिक्री की जाती है. यूनियन के वरिष्ठ नेता पनुवा गोड़ाइत ने कहा कि नगड़ी में दलाली इस कदर हावी है कि कर्मचारी अपने पीछे तीन-चार लोगों को साथ रख कर काम कराते हैं.
यहां तक की जमीन से जुड़ी महत्वपूर्ण कागजातों पर भी बिचौलियों का कब्जा है. बिना पैसा दिये एक भी कागज आगे नहीं बढ़ता है. मनोज मुंडा ने जब गांव की भुइंहरी जमीन बचाने की मुहिम छेड़ी, तो उसकी हत्या कर दी गयी. कार्यक्रम की अध्यक्षता शनि लकड़ा ने की. संचालन कपिल महतो ने किया. धरना-प्रदर्शन में महेश मुंडा, मंजू मुंडा, नीतू उरांव, बिगल उरांव, सुरेश उरांव, शिव कुमार मुंडा, अघु मुंडा, रामचंद्र मुंडा, प्रभु मुंडा, शत्रुघ्न मुंडा, बिरसा मुंडा सहित सैकड़ों लोग शामिल थे.
डीसी के नाम सीअो को सौंपा ज्ञापन
धरना के बाद यूनियन के एक प्रतिनिधिमंडल ने उपायुक्त, रांची के नाम अंचलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में मौजा पुंदाग खाता नंबर 486 प्लाट नंबर 1874, 1879, 1881, 1882, 1883 व 1888 की जमीन की हेराफेरी करनेवाले अंचलाधिकारी, अंचल निरीक्षक, राजस्व कर्मचारी व अन्य लोगों के खिलाफ अापराधिक मामला दर्ज करने, जमीन पर आदिवासियों की दखल को सुरक्षा देने, मृतक मनोज कुमार मुंडा के परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी, 10 लाख मुआवजा व हत्या में शामिल लोगों की गिरफ्तारी, उसके बच्चों को शिक्षा की व्यवस्था करने की मांग शामिल है.

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