पहल: एसएसपी ने लिया निर्णय, पांच थाना क्षेत्राें में बीट पेट्राेलिंग
एसएसपी कुलदीप द्विवेदी ने बीट अफसर, पुलिस मित्र और पुलिस सखी के साथ बैठक की. इस दौरान इनके बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने की पहल की गयी, ताकि अपराध पर अंकुश लगाया जा सके. किसी बीट में कोई घटना होने पर वहां के लोग संबंधित बीट अफसर से संपर्क करेंगे. रांची: राजधानी में आम लोगों […]
एसएसपी कुलदीप द्विवेदी ने बीट अफसर, पुलिस मित्र और पुलिस सखी के साथ बैठक की. इस दौरान इनके बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने की पहल की गयी, ताकि अपराध पर अंकुश लगाया जा सके. किसी बीट में कोई घटना होने पर वहां के लोग संबंधित बीट अफसर से संपर्क करेंगे.
रांची: राजधानी में आम लोगों की सुरक्षा और क्राइम कंट्रोल के लिए अगले सप्ताह से पांच थाना क्षेत्र में बीट पेट्रोलिंग होगी. जिन थाना क्षेत्रों में बीट पुलिसिंग के तहत काम होगा, उनमें लालपुर, कोतवाली, जगन्नाथपुर, बरियातू और एक अन्य थाना शामिल है. इसका निर्णय शनिवार को एसएसपी कुलदीप द्विवेदी ने आर्यभट्ट सभागार में बीट अफसर, पुलिस मित्र और पुलिस सखी के साथ बैठक में भाग लिया.
एसएसपी ने बताया कि राजधानी में बेहतर पुलिसिंग, क्राइम कंट्रोल और आम लोगों की सुविधा के लिए थानों को 116 बीट में बांटा गया है. पांच थाना क्षेत्रों के 47 बीट में अगले सप्ताह से बीट पुलिसिंग शुरू हो जायेगी. बीट में आम लोगों को भी शामिल किया गया, जिन्हें पुलिस मित्र और सखी का नाम दिया गया है. बीट पुलिस अफसर और पुलिस मित्र एक-दूसरे को पहचान सकें, उनके बीच बेहतर समन्वय हो, इसलिए भी बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में बीट पुलिस पदाधिकारी और पुलिस मित्र को बताया गया कि उन्हें क्या काम करना है. जल्द ही बीट में शामिल पुलिस पदाधिकारी को अलग से मोबाइल नंबर भी दिया जायेगा. बैठक में सिटी एसपी किशोर कौशल, हटिया डीएसपी, सिटी डीएसपी, कोतवाली डीएसपी सहित राजधानी के सभी थानेदार भी मौजूद थे.
28 पीसीआर वैन में लगाया गया जीपीएस
राजधानी में क्राइम कंट्रोल और गश्ती के लिए पीसीआर वैन तैनात किये गये हैं. पीसीआर वैन के काम की मॉनिटरिंग हो सके, उसका लोकेशन पता किया जा सके, गाड़ी कितनी चली और ईंधन की खपत कितनी हुई, इसके लिए राजधानी में तैनात किये गये सभी 28 पीसीआर वैन में जीपीएस लगा दिया गया है. पीसीआर वैन पर निगरानी रखने के लिए एक कंट्रोल रूम भी तैयार किया जा रहा है. कंट्रोल रूम के जरिये सभी पीसीआर वैन को कनेक्ट कर जल्द ही उन पर निगरानी रखने का काम शुरू किया जायेगा.