क्या घर बैठने की तनख्वाह लेते हैं इंजीनियर : मुख्यमंत्री
रांची: मुख्यमंत्री रघुवर दास ने मंगलवार को सीधी बात जन संवाद कार्यक्रम में ग्रामीण कार्य विभाग के इंजीनियरों को कड़ी फटकार लगायी. उन्होंने कहा घटिया सड़क बनाने के आरोप लग रहे हैं. विभागीय अधिकारी इसकी सारी जिम्मेवारी ठेकेदार पर डाल देते हैं. आखिर इंजीनियर करते क्या हैं. क्या वे घर बैठने की तनख्वाह लेते हैं़ […]
रांची: मुख्यमंत्री रघुवर दास ने मंगलवार को सीधी बात जन संवाद कार्यक्रम में ग्रामीण कार्य विभाग के इंजीनियरों को कड़ी फटकार लगायी. उन्होंने कहा घटिया सड़क बनाने के आरोप लग रहे हैं. विभागीय अधिकारी इसकी सारी जिम्मेवारी ठेकेदार पर डाल देते हैं. आखिर इंजीनियर करते क्या हैं. क्या वे घर बैठने की तनख्वाह लेते हैं़ सीधी बात कार्यक्रम के दौरान चतरा के प्रतापपुर निवासी विक्रम कुमार ने मुख्यमंत्री रघुवर दास के समक्ष ‘प्रतापपुर से ननईला सिमाना तक’ की निर्माणाधीन सड़क में गड़बड़ी का मुद्दा उठाया. उन्होंने बताया कि निर्माणाधीन पक्की सड़क की लंबाई लगभग पांच किलोमीटर है. इसकी लागत 2.40 करोड़ रुपये है.
श्री कुमार ने आराेप लगया कि सड़क निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसमें ग्रेड वन पिचिंग कर छोड़ दिया गया है. इसकी वजह से पक्की सड़क धंसने लगी है. ठेकेदार एवं कार्यपालक अभियंता की मिलीभगत से निर्माण कार्य पूरा किये बिना राशि की निकासी कर ली गयी है. इस शिकायत पर मुख्यमंत्री ने ग्रामीण कार्य विभाग के अफसरों से सवाल किया. अफसरों ने जब संतोषप्रद जवाब नहीं दिया तो मुख्यमंत्री नाराज हो उठे. उन्होंने सख्त लहजे में अधिकारियों से कहा कि विभाग अपने काम करने का सिस्टम डेवलप करे. छोटे से बड़े अफसरों तक की जवाबदेही तय की जाये. प्रतापपुर से ननईला सिमाना तक के घटिया सड़क निर्माण की जांच करायी जाये. साथ ही अफसरों को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाये.
शहीद जवान की पत्नी को एक सप्ताह में दें नौकरी : मुख्यमंत्री ने शहीद अरविंद कुमार की पत्नी अर्चना देवी को एक सप्ताह के अंदर अनुकंपा पर नौकरी देने का निर्देश दिया. बताया कि अरविंद कुमार तीन सिंतबर 2004 को निमियाघाट में नक्सलियों के साथ हुए मुठभेड़ में शहीद हो गये थे. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इनके पुत्र ने पांच अक्तूबर 2014 को अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति देने का आवेदन दिया था. अनफिट होने की वजह से इनके आवेदन को रिजेक्ट कर दिया गया है. 22 अक्तूबर 2013 को अर्चना देवी ने अनुकंपा पर नौकरी के लिए आवेदन दिया है, जिस पर कार्रवाई की जा रही है.
शिकारीपाड़ा के शौकत अली को एक लाख की आर्थिक मदद : मुख्यमंत्री ने शिकारीपाड़ा निवासी शौकत अली को एक लाख रुपये की आर्थिक मदद की. शौकत अली ने अपने पांच माह के बच्चे को पेंटावालिस का इंजेक्शन दिये जाने की वजह से मौत होने का आरोप लगाया था. बताया गया कि एएनएम ने उपयोग किया हुआ सिरिंज और एक्सपायर्ड दवा दी, जिसकी वजह से उनके बच्चे की मौत हुई. इस पर स्वास्थ्य सचिव ने जांच रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि बच्चे की मौत पेंटावालिस इंजेक्शन से नहीं हुई है. इन्होंने इंजेक्शन लगाने के बाद बच्चे को घर ले गये थे. बाद में निजी डॉक्टर से इलाज कराया था. बच्चे की मौत डायरिया से हुई है. शौकत अली की ओर से यह बताये जाने पर उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है. इस पर मुख्यमंत्री ने उन्हें एक लाख रुपये की आर्थिक मदद करने का निर्देश दिया.
जिला सहकारिता पदाधिकारी को लगी फटकार : जामताड़ा बुदधुडीह गांव के किसानों को फसल मुआवजा की राशि देने में विलंब करने पर मुख्यमंत्री ने जिला सहकारिता पदाधिकारी राम नाथ प्रसाद को फटकार लगायी. कहा कि जब जून में राशि का आवंटन हो गया है, तो मुआवजा का भुगतान क्यों नहीं किया गया. क्या नौकरी करने में मन नहीं लग रहा है? मुख्यमंत्री ने जिला सहकारिता पदाधिकारी को 15 दिनों के अंदर जांच कर मुआवजा भुगतान करने का निर्देश दिया.
अतिक्रमण हटाने के बाद काम शुरू करें : गोड्डा मेहरमा के अतुल्य मिश्रा की शिकायत पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने के बाद उस पर जल्द से जल्द काम शुरू कराया जाये, ताकि फिर से इस जमीन पर अतिक्रमण नहीं हो पाये. श्री मिश्रा ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से अतिक्रमण हटाने के बाद फिर से उस जमीन पर अतिक्रमण किया जा रहा है. इस पर मुख्यमंत्री ने एसडीओ को जांच कर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया.