राष्ट्रीय जनजाति महोत्सव 25 से 28 तक दिल्ली में

रांची : भाजपा अनुसूचित जनजाति मोरचा की बैठक मंगलवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में हुई. इसमें 25 से 28 अक्तूबर तक दिल्ली में आयोजित होनेवाले राष्ट्रीय जनजाति महोत्सव की तैयारी की समीक्षा की गयी. महोत्सव में झारखंड के तीन हजार प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे. बैठक में मोरचा के पदाधिकारी, विधायक, सांसद, पूर्व विधायक, पूर्व सांसद व […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 5, 2016 1:48 AM
रांची : भाजपा अनुसूचित जनजाति मोरचा की बैठक मंगलवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में हुई. इसमें 25 से 28 अक्तूबर तक दिल्ली में आयोजित होनेवाले राष्ट्रीय जनजाति महोत्सव की तैयारी की समीक्षा की गयी. महोत्सव में झारखंड के तीन हजार प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे. बैठक में मोरचा के पदाधिकारी, विधायक, सांसद, पूर्व विधायक, पूर्व सांसद व जिलाध्यक्ष मौजूद थे.
केंद्रीय राज्यमंत्री सुदर्शन भगत ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड के जनजाति समाज की संस्कृति काफी संपन्न है. महोत्सव में अपनी संस्कृति को पूरे भारत वर्ष से आये जनजाति समूह के बीच प्रदर्शित करने का सुनहरा अवसर है. प्रधानमंत्री ने इस प्रकार का आयोजन कर जनजाति समाज को प्लेटफॉर्म देने का काम किया है.

कल्याण मंत्री लुईस मरांडी ने राज्य की विभिन्न जनजातियों की संस्कृति, वेशभूषा व लोक नृत्य प्रदर्शित करने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि पंचायत स्तर तक के जनजाति समाज के कार्यकर्ता इस महोत्सव में हिस्सा लें. पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ रवींद्र कुमार राय ने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने ही जनजाति मंत्रालय का गठन कर इस समाज को उचित अधिकार देने का काम किया है. मोरचा के अध्यक्ष समीर उरांव ने कहा कि महोत्सव में विभिन्न जनजाति समाज के लोग संथाली, दशई, बहा, मुंडारी, कुड़ुख, करमा, हो आदि नृत्य प्रस्तुत करेंगे. बैठक में शिवशंकर उरांव, लक्ष्मण टुडू, विमला प्रधान, जेबी तुबिद, गंगोत्री कुजूर, राम कुमार पाहन, सघनु भगत, निर्मल बेसरा, सुनील सोरेन, एडवर्ड सोरेन, सुनील फकीरा कच्छप, अशोक बड़ाइक, रीता मुंडा, देवीधन टुडू, बिंदेश्वर उरांव, शोभा सामंत, रूपलक्ष्मी मुंडा, देवी दयाल मुंडा, रेणु तिर्की, सुमन कच्छप, अर्जुन मुंडा, बारी मुर्मू, सुमन गगराई आदि मौजूद थे.

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